चौथे स्तंभ को दो फाड़ करने की साजिश, लोकतंत्र के लिए खतरा : डॉ. भारद्वाज

जिला कलेक्टर पत्रकारों से सार्वजनिक माफी मांगे

भिण्ड, 17 जुलाई। भिण्ड जिले में आए प्राभारी मंत्री के जिला पंचायत सभागार में जिस तरह से भिण्ड के चौथे स्तंभ के कलमकारों को जिला कलेक्टर और प्रशासन ने निजी हित को साधने और अपनी कमियों को उजागर होने से बचाने के लिए प्री-प्लानिंग अंदर जाने से जिस तरीके से रोका गया, ये पत्रकारों के बीच आपसी फूट डालने का प्रयास किया गया है। यह आरोप प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने भिण्ड कलेक्टर की भूमिका पर लगाए।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. भारद्वाज ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चौथे स्तंंभ में दो फाड़ करने की साजिश स्वच्छ लोकतंत्र के लिए खतरा है। जिस तरह से चुनिंदा पत्रकारों को मीटिंग हॉल के अंदर बुलाया गया, साथ ही अन्य पत्रकार साथियों का अपमान करने के लिए चुनिंदा पत्रकारों की सूची को बाहर चस्पा किया जाना, अशोभनीय कृत्य होकर जिला प्रशासन की षड्यंत्र करने की साजिश को स्वत: ही उजागर करता है। भिण्ड के इतिहास में न कभी ऐसा हुआ है और न शायद संभव है। जिला कांग्रेस जिला प्रशासन और भिण्ड कलेक्टर की इस निम्न हरकत की कठोर शब्दों में निंदा करती है। साथ ही चेतावनी भी देती हैं कि अगर जिला कलेक्टर सार्वजनिक रूप से भिण्ड के पत्रकार से अपने निंदनीय कृत्य के लिए माफी नहीं मांगते तो कांग्रेस जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि भिण्ड जिले के हालत बद से बद्तर हो गए हैं, अघोषित बिजली कटौती, अवैध खनन, बदहाल सड़कों और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में जिला कलेक्टर पूर्ण रूप से असफल साबित हुए हैं, इसलिए अपनी नाकामियों और असफल प्रशासनिक व्यवस्था को छिपाने के लिए ये कूटनीतिक षड्यंत्र रचने की साजिश रची गई थी, जो इस कृत्य के चलते जनता के सामने उजागर हो गई है।