सिकंदर कंपू स्थित जैन मन्दिर में 16 दिवसीय शांतिनाथ विधान का हुआ समापन

शोभायात्रा में पुरुषों ने कंधे पर निकाली श्रीजी की पालकी, भजनों पर महिलाओं किया नृत्य

ग्वालियर, 19 मार्च। सिकंदर कंपू स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन मन्दिर में विश्व शांति की मंगल कामना के लिए मुख्य यजमान श्रीमती पुष्पलता जैन कोमलचंद जैन महेशचंद जैन, प्रमोद रवि जैन भण्डारी परिवार जौरा वाले व सकल जैन समाज की ओर से 16 दिवसीय शांतिनाथ महामण्डल विधान का समापन शनिवार को हुआ। समापन से पहले श्रीजी का अभिषेक, पूजन, हवन के उपरांत श्रीजी की विशाल पालकी शोभायात्रा निकाली गई।
शोभायात्रा से पूर्व पहले विधानचार्य सुनील भंडारी के मार्गदर्शन विधान के अंतिम दिन मंत्रों के साथ विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें इन्द्र-इन्द्राणियों ने सामूहिक रूप से अग्नि कुण्ड में आहुति डालकर भगवान जिनेन्द्र से विश्व शांति की मनोकामना की। शोभायात्रा में विधायक प्रवीण पाठक सम्मिलित हुए।

जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि महायज्ञ के उपंरात भव्य शोभायात्रा सिकंदर कंपू स्थित श्री शांतिनाथ जिनालय जैन मन्दिर से गाजे-बाजे के साथ शुरू हुई, शोभायात्रा में पुरुषगण पीले वस्त्रों व सिर पर साफा पहनाकर अपने कंधे पर पालकी में भगवान जिनेन्द्र की प्रतिमा को विराजित कर जैन धर्म के जयकारों के साथ मुख्य मार्गों से होती हुई वापस मन्दिर पहुंची। शोभायात्रा में महिलाएं लाला साडिय़ों व साफा पहनाकर होली खेलें मुनिराज शिखर वन में, रे अकेले वन में…, तुम से लागी लगन, ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा…, मेरे वीर प्रभू के द्वारे ढोल बजे…, रंगमा रंगमा रे प्रभु तेरा थारे ही रंग में रंग गयो रे… जैन भजनों पर डांडिया गरबा नृत्य करती हुई चल रही थीं। शोभायात्रा में पीले वस्त्र पहने हुए युवा और पुरुष आस्था और भक्ति का गुलाल उड़कर जैन धर्म के जयघोष लग रहे थे। लोगो ने घरों के आगे रंगालो सजाकर भगवान श्रीजी की भव्य आरती उतारी।

भगवान पाश्र्वनाथ का किया अभिषेक, वेदी विजारित की प्रतिमाएं

शोभायात्रा वापस कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर महेशचंद आकाश जैन जौर वालों ने भगवान जिनेन्द्र की पूजा आर्चना कर अभिषेक व शांतिधारा कर प्रतिमा को पुन: वेदी विराजित किया गया।