पावन भूमि पर मन्दिर का निर्माण क्षेत्र और समाज के लिए सुखदाई : रामभूषण दास

मन्दिर निर्माण में सहयोग करने का आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ, मैं धन्य हूं : मिश्रा
दिव्य मूर्तियों की प्रतिष्ठा से पूर्व हुआ भूमि पूजन, एक मार्च से होगा रामायणी कथा का आयोजन

गोहद/भिण्ड, 13 फरवरी। सिहोनिया से एक किमी दूर भिण्ड जिले का अंतिम गांव ग्राम भोनपुरा में होने वाली दिव्य मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व रविवार को विजयराम धाम खनेता के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामभूषण दास महाराज ने भूमि पूजन करते समय उपस्थित जनसमूह से कहा कि मन्दिरों और मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा से क्षेत्र और समाज में समरसता शांति अच्छे विचारों का आवागमन होता है। निश्चित तौर पर जब मन्दिर का निर्माण होता है तो उस क्षेत्र में सद्बुद्धि, शांति और धर्म का प्रचार होता है, हर जनमानस को शांति और खुशियों का आवागमन होता है।
इस अवसर पर मप्र सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री मुरैना सांसद अनूप मिश्रा ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं, भगवान का धन्यवाद देता हूं जो इस मन्दिर निर्माण में सहयोग करने का मुझे अवसर मिला और इस मन्दिर में निरंतर पूर्व की भांति सहयोग करता रहूंगा। निश्चित ही यह मन्दिर क्षेत्र, प्रदेश और राष्ट्र के लिए एक बड़ा केन्द्र बनेगा। भूमि पूजन अवसर पर जिला संघ के पूर्व अध्यक्ष बदन सिंह तोमर दद्दू भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए मन्दिर निर्माण कमेटी के सक्रिय सदस्य मेघसिंह उर्फ गुड्डू तोमर ने बताया कि मुरैना जिले के ऐसा ग्राम में स्थित मां चिल्ला देवी का मन्दिर बना हुआ है, संपूर्ण राष्ट्र में यह तोमरों की कुलदेवी का दूसरा मन्दिर होगा, जिसका निर्माण आसन नदी के तट के नजदीक भोनपुरा ग्राम में किया जा रहा है। यहां जमीन से स्वयं मां चिल्ला माता की मूर्ति लोगों को मिली थी, यह भूमि बहुत ही दिव्य है, इसलिए समाज के सभी लोगों ने मन्दिर का निर्माण यहां कराए जाने के लिए आग्रह किया। समाज के सहयोग से दिव्य मूर्तियों का निर्माण हो चुका है, जिन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होनी है उनमें कुलदेवी मां चिल्ला माता, भगवान श्रीकृष्ण, खाटू श्याम, वेदव्यास, सिलार बाबा की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक रीति रिवाज से की जाएगी। उन्होंने बताया कि एक से नौ मार्च तक रामकथा का आयोजन होगा। कथा वाचक बाल व्यास पं. किशोर चंद्र जी रामायणी बीकानेर के मुखारविंद से कही जाएग ।
तोमर ने कहा कि इस कथा का आयोजन 52, 20, 84 के लोगों के सहयोग से और चिल्ला माता न्यास भोनपुरा के माध्यम से व ग्वालियर चंबल संभाग के क्षत्रियों के सहयोग से किया जा रहा है। समाज के अन्य सभी लोगों ने भी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का आश्वासन मन्दिर स्थल पर बैठक आयोजित कर लिया है।