रासेयो की सलाहकार समिति की बैठक आयोजित

भिण्ड, 29 जनवरी। शा. एमजेएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई दो की तीसरी और अंतिम सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई।
प्रथम चरण में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने अध्यक्षीय उद्वोधन में कहा कि वृक्ष हैं तो हम हैं, अर्थात वृक्षों को देवता तुल्य मानना चाहिए। इसी क्रम में वन विभाग के विशाल सिंह भदौरिया ने अपने विचारों मेंं गूगल के पेड़ पर विशेष बल दिया। तत्पश्चात शिव शिक्षा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. लाजपत सिंह बघेल ने बताया कि हमें समाज में बदलाव लाने से पहले स्वयं में बदलाव लाना होगा एवं मतदाता जागरुकता के लिए 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके उन सभी को मतदाता पत्र बनवा कर अपना मतदान सुनिश्चित करें, ताकि लोकतंत्र में मजबूत भागीदारी हो सके।
समाजसेवी प्रो. रामानंद शर्मा ने बताया कि जागरुकता प्रसार-प्रचार करना अति आवश्यक है। प्रो. मालवीय विमल ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा से ही सभ्यता का विकास हो सकता है, इस बात को विस्तारपूर्वक समझाया। प्रो. ममता भदौरिया ने महिलाओं की विशेषकर किशोरियों की स्वच्छता की आवश्यकता पर बल दिया, उन्होंने कहा कि किशोरियों को इसके प्रति जागरुक करना अति आवश्यक है। इसके बाद स्वयं सेवक सौरव सिंह खण्डेलवाल ने पीपल का पेड़ आम नागरिकों को रोपित करना चाहिए, क्योंकि पीपल का वृक्ष धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है। वह रात-दिन लगातार ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है, अगर यह प्रचुर मात्रा में लगा होगा तो हमें कृत्रिम ऑक्सीजन की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। इसी क्रम में सुशील कुमार, सुमन पाल, सत्यम राजौरिया, अनिल शाक्य, बृजेश मित्तल ने भी सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए अपने विचार एवं सुझाव व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में रासेयो इकाई-2 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रामअवधेश शर्मा ने आभार व्यक्त किया।