– बाढ प्रभावित परिवारों से मिलकर पूछेंगे हाल-चाल, राहत कार्यों का करेंगे निरीक्षण
ग्वालियर, 20 अगस्त। केन्द्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री और गुना लोकसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र के 4 दिवसीय प्रवास कार्यक्रम पर 21 अगस्त की दोपहर को ग्वालियर पहुंच रहे हैं। उनका यह प्रवास कार्यक्रम 21 से 24 अगस्त तक जारी रहेगा।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया का यह दौरा मुख्य रूप से हाल ही में उनके संसदीय क्षेत्र गुना शिवपुरी और अशोकनगर जिलों में बारिश से हुई अतिवृष्टि और बाढ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा, व्यवस्थाओं के अवलोकन और पीडितों से संवाद के उद्देश्य से हो रहा है। उक्त प्रवास कार्यक्रम के दौरान वे गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिलों के बाढ प्रभावित गांवों और क्षेत्रों का दौरा करेंगे, जहां विगत दिनों हुई भीषण बारिश और बाढ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिस पर सिंधिया शुरू से ही लगातार नजर बनाए हुए हैं।
जनसमूह से करेंगे संवाद
अपने उक्त प्रवास के दौरान केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर जनसमूह से संवाद भी करेंगे। उनका कहना है कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र को हमेशा अपना परिवार माना है, इसलिए उनका उद्देश्य केवल नुकसान का आकलन करना ही नहीं है, बल्कि हर किसान, हर परिवार और हर बच्चे की चिंता को सुनना और उसे दूर करने का प्रयास करना है।
शिवपुरी, गुना और अशोकनगर जिलों के बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 4 दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के दौरान शिवपुरी के लिलवाडा, संगेश्वर, लगदा, लालपुर, बांसखेडा गांव तथा चंदेरी के अखाईघाट, साजापुर, पोरू खेडी, अमरोड खेडी और अशोकनगर के मुंगावली स्थित बारखेडा जमाल, गोरा बहादुरपुर और शहर के आस-पास के बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर वहां हुए नुकसान का जायजा लेंगे। इस दौरान वे स्थानीय कार्यक्रमों में भी प्रतिभाग करेंगे। उक्त प्रवास के आखिरी दिन 24 अगस्त को गुना जिले के बाढ प्रभावित ग्राम कोलारस, बमोरी स्थित ग्राम तुमादा, बांधा और फतेहगढ का दौरा करेंगे तथा बाढ पीडितों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे।
विदित रहे कि सिंधिया पूर्व में भी प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ इन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर चुके हैं और किसानों व ग्रामीणों के लिए मुआवजे की घोषणा सुनिश्चित कराने में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।