भिण्ड, 16 जून। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड उमेश पाण्डव के आदेशानुसार, जिला न्यायाधीश पंकज चतुर्वेदी, न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड अनुभूति गुप्ता की अध्यक्षता में शा. एमजेएस महाविद्यालय भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में जिला न्यायाधीश पंकज चतुर्वेदी एवं न्यायाधीश अनुभूति गुप्ता ने नालसा बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं एवं उनके संरक्षण हेतु विधिक सेवाएं योजना 2015 के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। साथ छात्रों को अवगत कराया कि आज की युवा पीढी नशे की ओर अग्रसर होतीे जा रही है, जिससे न उनका शरीर अनेक रोगों से ग्रस्त होता है बल्कि उनका भविष्य भी अंधकार में चला जाता है इसलिए हमें नशे से दूर रहना चाहिए। नशे की बजह से लोग कई बार ऐसे काम करते हैं जिनकी बजह से उनसे अपराध कारित हो जाता है। नशा हमारे मस्तिष्क को कमजोर बनाता है तथा हमारी शारीरिक एवं मानसिक क्षमताओं को कम करता है। शिविर में तंबाकू सेवन से होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में भी जानकारी दी गई तथा उन्हें तंबाकू या नशा के कोई भी पदार्थ से दूर रहने तथा अपना जीवन सुरक्षित करने की सलाह भी दी गई।
सचिव अनुभूति गुप्ता ने नि:शुल्क विधिक सहायता योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे नियमानुसार नि:शुल्क विधिक सहायता हेतु पात्र हैं, जिसका लाभ वे स्वंय या अपने अभिभावक के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में उपस्थित होकर/ पत्र के माध्यम से या टोल फ्री नं.15100 पर संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर चीफ एलएडीसी हनुमंत बौहरे, असिस्टेंट एलएडीसी भिण्ड विदुषी राजावत, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरए शर्मा, पीएलव्ही भिण्ड हेमंत कुमार एवं समस्त स्टाफ, बच्चे उपस्थित रहे।