सात घण्टे की बारिश ने किया नगर को पानी-पानी, दुकानों-मकानों में भरा पानी

– दबोह नगर का मुख्य मार्ग एवं निचली बस्तियां हुईं जलमग्न

भिण्ड, 18 सितम्बर। दबोह नगर में मंगलवार की रात 12 बजे से हुई झमाझम बारिश से भिण्ड-भाण्डेर रोड के साथ कस्बे की निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं। वहीं व्यपारियों की दुकानों में पानी भरने से उसमें रखा सामान भी खराब हो गया, साथ ही कस्बे के निचली बस्तियों में मकान गिरने की खबरे भी है। इस बारिश ने नगर के लोगों एक बार फिर डरा दिया है। क्योंकि दबोह पूर्व में 17 सितंबर 1990 को बाढ का दंश झेल चुकी हैं।
इस बारिश से नगर की मुख्य सडक के साथ नगर की बकरीदन मार्केट, गायत्री नगर, अस्तपताल रोड, पुलिस कॉलोनी, हाईस्कूल परिसर के साथ नगर की निचली बस्तियों में रीक्षा मोहल्ला, पतारा मोहल्ला, भुजरिया मोहल्ला, पुरानी हाट, कुरचानिया मोहल्ला की गलियां तालाब में तब्दील हो गई हैं। इन बस्तियों के निवासियों के घरों में पानी भर गया है। वहीं नगर के व्यवसायी इलाकों में दुकानों में पानी भरने लगा है, जिसके चलते व्यपारियो ने अपनी दुकानों से सामान सुरक्षित जगह शिफ्ट करने लगे हैं।

दबोह के ग्रामीण क्षेत्रो से भी जलभराव की खबरे आ रही हैं, दबोह के ग्राम पीपरी में एक कच्चा मकान गिरने से एक व्यक्ति घायल हुआ है। वहीं वार्ड क्र.छह में राहुल रजक का मकान भी गिर गया है तो वार्ड क्र.सात में सितारा बेगम का भी मकान तेज बारिश में गिरने की सूचना है। वार्ड क्र.10 में रामाधार कुशवाह, बालकिशन प्रजापति का कच्चा मकान भी गिर गया है। ग्राम रतनपुरा में जल भराव से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। रतनपुरा निवासियों ने बताया कि अभी लहार विधायक अम्बरीश शर्मा गुड्डू से जल भराव की शिकायत की थी और उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल निकासी के निर्देशित किया था पर अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे गांव में और भी ज्यादा पानी भराव हो रहा है। जैसे ही लोग सुबह सो कर जागे तो उन्हें अपनी बस्ती में पानी ही पानी दिखा, नगर में अफरा-तफरी मच गई।

इस बारिश से नगर में बने बाढ जैसे हालत को प्राकृतिक आपदा माने या दबोह नगर परिषद अधिकारी की घोर लापरवाही। क्योंकि बरसात आने से पहले मई, जून में नगर के सभी बडे-छोटे नालों की सफाई का अभियान चलाया जाता है पर दबोह में सिर्फ सफाई के नाम पर लाखों रुपया खर्च करने के बाद भी सफाई की खानापूर्ति की गई है। जबकि नगर परिषद के पास सफाई के लिए पर्याप्त सधान उपलब्ध है और करीब 50 सफाई कर्मचारी लगे हुए हैं। फिर भी नगर में साफ सफाई शून्य के बराबर दिखती है। जिसके चलते नगर में बाढ जैसे हालात पैदा हुए है। गौरतलब बात यह है कि दबोह में इससे अधिक वर्षा पूर्व में भी हुई है, लेकिन दबोह में जलभराव या बाढ जैसे हालत पैदा नहीं होते। बता दें कि दबोह नगर परिषद में प्रमोद बरुआ जब से प्रभारी सीएमओ बन कर आए हैं तब से नगर के हालत दिन प्रतिदिन खराब ही होते गए हैं। फिलहाल तो खबर खिले जाने तक नगर का मुख्य मार्ग और गली मोहल्ले अभी तक जलमग्न है।