-जाति विशेष द्वारा भारत बंद का वाल्मीकि समाज द्वारा विरोध
भिण्ड, 20 अगस्त। कुछ जाति विशेष के लोगों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण के वर्गीकरण के फैसले के विरोध में 21 अगस्त को किए जा रहे भारत बंद का वाल्मीकि समाज विरोध करता है। यह बात राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट गुड्डू वाल्मीकि ने सुभाष नगर वाल्मीकि बस्ती में आयोजित वाल्मीकि समाज की बैठक में कहीं। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने आरक्षण के वर्गीकरण के राज्यों को अधिकार दिए जाने का फैसला दिया है, इससे अंतिम पंक्ति के दबे, कुचले, पिछडे, गरीब अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति तक पहुंचेगा, लेकिन वर्षों से आरक्षण रूपी मलाई खाने वाले लोगों को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का विरोध कर 21 अगस्त को भारत बंद कर रहे हैं। जाति विशेष द्वारा लिए गए इस निर्णय की राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन तथा वाल्मीकि समाज निंंदा करता है और वाल्मीकि समाज अपना हक लेने में सक्षम है और इसे हम लेके रहेंगे। इसके लिए वाल्मीकि समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है तथा जल्द ही जन आंदोलन कर एक ज्ञापन सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को हरियाणा राज्य की तर्ज पर मप्र में लागू करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव को दिया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने आरक्षण का वर्गीकरण का विरोध कर दर्शा दिया है कि वे एक जाति विशेष के नेता हैं।