जाति-पाति पूछे न कोई हरि को भजे सो हरि को होई का मंत्र देती है स्नेह यात्रा : स्वामी वेदतत्वानंद महाराज

भिण्ड और अटेर विकास खण्ड के 10 स्थानों पर पहुंची स्नेह यात्रा

भिण्ड, 21 अगस्त। यदि हमारे अंदर प्रेम होता है तो दोश भी भुला दिए जाते हैं, यही भावना प्रेम की सच्ची भावना है। कहना गलत न होगा कि जाति पाति पूछे न कोई हरि को भजे सो हरि को होई का मंत्र यह स्नेह यात्रा देती है। जहां प्रेम स्नेह आता वहां भेदभाव स्वत ही समाप्त हो जाता है। इसलिए आप सभी सारे द्वेश, विद्वेश और कटुता को भुलाकर आपस में स्नेह का मार्ग प्रशस्त करें। मप्र शासन की यही मंशा है, इसलिए यह स्नेह यात्रा है। यह बात आचार्य शंकर न्यास पीठ से पधारे स्वामी वेदतत्वानंद महाराज ने कही। वे जिले में छठवे दिन भिण्ड और अटेर विकास खण्ड में संचालित स्नेह यात्रा में बोल रहे थे।
सुरपुरा स्तिथ हनुमान मन्दिर प्रांगण में स्वामी वेदतत्वानंद ने कहा कि मप्र शासन द्वारा निकाली जा रही इस यात्रा में आप सभी लोग इसकी मूल अवधारणा को समझकर कार्य करें। भगवान ने सबको समान अवसर दिए हैं। जब ईश्वर ने भेदभाव नहीं किया तो आप कैसे कर सकते हैं। इसलिए हमें जातियों से ऊपर उठकर सोचना होगा। गांवों में आज भी भेद का भाव आता है, लेकिन उसे स्नेह से दूर किया जा सकता है। इस यात्रा में जिस प्रकार का स्नेह मिल रहा है यह अविभूत है। जैसे ही द्वेष खत्म होगा और प्रेम का विस्तार होगा शासन की इस यात्रा का उद्देश्य पूर्ण हो जाएगा।

यह यात्रा प्रत्येक दिन लगभग 10 वंचित ग्रामों से निकल रही है। भिण्ड जिले के विकास खण्ड भिण्ड और अटेर में स्नेह यात्रा निरंतर है। इस दौरान छठवे दिन यात्रा जब भिण्ड से आरंभ हुई। यात्रा बाराकलां में स्वागत संवाद, अकोडा, सिहुंडा, कनावर, डिडी में संवाद भोजन एवं विश्राम, सकराया, सूरपुरा, जलपुरी, प्रतापपुरा, नरीपुरा में स्वागत में संवाद और सहभोज तथा रात्रि विश्राम हुआ। यात्रा के प्रति ग्रामीणों में काफी उत्साह है। स्वामीजी द्वारा समस्त ग्रामों में ग्रामवासियों को आपसी प्रेम, सहयोग, स्नेह साथ ही जाति-पांति, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, छूआछूत इन सबसे उपर उठकर सभी को सामूहिक रूप से समाज में सामूहिकता से रहने का संदेश दिया जा रहा है। इस यात्रा में प्रयाग से पधारे स्वामी सुरेश गिरी नागा महाराज का आशीर्वाद भी लोगों को प्राप्त हो रहा है।
ज्ञातव्य है उक्त यात्रा में प्रमुख संत के रूप में आदिगुरु शंकर न्यास पीठ के दशनामी पीठ के संत स्वामी वेदतत्वानंद महाराज (राजकीय अतिथि) का मार्गदर्शन जनमानस को प्राप्त हो रहा है। यात्रा में जिला प्रशासन के साथ-साथ प्रमुख रूप से मुख्य संत आदिगुरु शंकर न्यास पीठ के दशनामी पीठ के संत स्वामी वेदतत्वानंद महाराज, गायत्री परिवार, पतजलि, रामचंद्र मिशन, अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, जन अभियान परिषद भिण्ड के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया तथा भिण्ड के समस्त मेंटर, समस्त सीएमसीएलडीपी के छात्र/छात्राएं की सहभागिता रही।