राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व का सबसे अनुशासित संगठन है : विनिश्चय सागर

भगवान महावीर के निर्वाण वर्ष के उपलक्ष्य में ऋषभ सत्संग भवन में हुआ आरएसएस का नगर एकत्रीकरण

भिण्ड, 23 जुलाई। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा भगवान महावीर स्वामी का 2550वां निर्वाण महोत्सव मनाया जा रहा है। जिसके तहत रविवर को ऋषभ सत्संग भवन में स्वयं सेवकों का वृहद एकत्रीकरण आयोजित हुआ। नगर में विराजमान आचार्य 108 विनिश्चय सागर महाराज ने बताया कि महावीर स्वामी और भगवान श्रीराम इस देश की संस्कृति सभ्यता में विराजमान हैं।
स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए आचार्य विनिश्चय सागर ने कहा कि भगवान महावीर के पांच अनुव्रतों के पालन मात्र से संपूर्ण विश्व में अहिंसा की स्थापना हो सकती है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर स्वामी में प्रत्येक उस जीव के बारे में सोचा और उसकी रक्षा के लिए उपदेश दिया जिसमें जीवन था। फिर चाहे वह चींटी हो, पशु हो, पक्षी हो, जानवर हो या इंसान। यह हमारा सौभाग्य है कि हम महान व्यक्तित्व का 2550वां निर्वाण महोत्सव मना रहे हैं। महावीर स्वामी केवल जैनों तक सीमित नहीं थे। वे धर्म और संप्रदाय से मुक्त थे। उनके बताए मार्ग से भटकने का ही परिणाम है कि आज विश्व हिंसा की आग में जल रहा है। हमें प्रयत्न करना चाहिए कि महावीर स्वामी के संदेश हमारे हृदय में पुन: जीवित हो जाएं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व का सबसे अनुशासित संगठन है, जो कार्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा किया जा रहा है, वह भारत को परम वैभव पर ले जाने वाला कार्य है।
कार्यक्रम में मंचासीन अतिथि धनराज जी ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी का बताया मार्ग इतना सुलभ और सुगम है कि एक अनपढ़ व्यक्ति भी यदि उसको समझ ले तो उसका कल्याण हो जाएगा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भगवान महावीर के 2550वे निर्वाण वर्ष के तहत संपूर्ण जिले में प्रत्येक नगर, बस्ती, शाखा पर महावीर स्वामी के कार्यक्रम आयोजित करेगा एवं सर्व समाज को भगवान महावीर स्वामी के संदेश से परिचित कराएगा। कार्यक्रम में नवल सिंह भदौरिया, गजेन्द्र सिंह राजावत, हर्षवर्धन जैन, आशीष कुमार जैन, रामकुमार भदौरिया, संतोष शर्मा, हरिओम राजावत सहित 500 से अधिक सर्व समाज के लोग उपस्थित रहे।