चन्द्रशेखर आजाद की जयंती पर ‘आजाद का शंखनाद’ कार्यक्रम आयोजित
भिण्ड। आजाद अध्यापक संघ द्वारा भिण्डी ऋषि की तपोवन भूमि भिण्ड से अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जयंती पर ‘आजाद का शंखनाद’ कार्यक्रम का आगाज संस्कृति मैरिज गार्डन में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आजाद अध्यापक संघ की प्रांत अध्यक्ष शिल्पी शिवान उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि एवं शिक्षकों द्वारा अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती मनाई गई।
मुख्य अतिथि प्रांत अध्यक्षा शिल्पी शिवान ने सर्वप्रथम चंबल की माटी और बनखण्डेश्वर महाराज को प्रणाम किया। उन्होंने अपने उदबोधन में मप्र के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि हम शिक्षक बहिनें भी आपकी लाडली बहिनें हैं, तो हमारे साथ ये अन्याय क्यों। हमको पेंशन एवं वरिष्ठता सरकार क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि विधायक, सांसद को एक दिन का मंत्री बनने पर भी पेंशन दी जाती है, तो हमें क्यों नही दी जा रही है। उन्होंने कार्यक्रम के मध्य में गंगाजल एवं शंख को हाथ में लेकर शंखनाद किया और कहा कि ये शंखनाद चंबल की धरा भिण्ड से किया जा रहा है, अब हम चुप नहीं बैठेंगे। जब तक हमारा अधिकार पेंशन एवं वरिष्ठता शासन हमें नहीं देती। उन्होंने कहा कि हमें कुछ साथियों के माध्यम से खबर मिली है कि मप्र के मुख्यमंत्री शिक्षकजन की महापंचायत भोपाल बुला रहे हैं, जिसमें हमारे हक की कोई योजना नहीं बनाई गई। इसलिए हम इस महापंचायत के खिलाफ हैं।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष संतोष लहारिया ने अपने उदबोधन में प्रांत अध्यक्षा शिल्पी शिवान के समक्ष शपथ ली कि उनकी इस लड़ाई मे चंबल के प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिकाएं पूरे मनोयोग के साथ आपके साथ हैं। संभागीय अध्यक्ष शैलेश त्रिपाठी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम समस्त शिक्षक साथी समय आने पर सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेंगे। अगर हमारी मांगे सरकार ने पूरी की तो हम पुन: सरकार बनाने में उनका सहयोग करेंगे। कार्यक्रम का सफल संचालन आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष बदन सिंह बघेल, मोहित दीक्षित और राखी त्रिपाठी एवं अंत में आभार संतोष श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं समस्त विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।