स्वयं का विकास कर बच्चे भारत को समृद्ध एवं सशक्त बनाएं : दुबे

शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक में विधिक जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 06 जुलाई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में बाल संवर्धन एवं सरंक्षण सप्ताह अंतर्गत शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में नालसा द्वारा संचालित योजना पॉस्को एक्ट 2012 (वाणिज्यिक यौन शोषण पीडितों के लिए विधिक सेवाएं योजना 2015) के संबंध में विशेष अभियान के अंतर्गत विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में जिला विधिक सहायता अधिकारी सौरभ कुमार दुबे ने सभी बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि संविधान के अंतर्गत आपको कई अधिकार प्राप्त हैं। जिनमें शिक्षा का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, बाल श्रम के विरुद्ध अधिकार आदि। उक्त अधिकार बालकों के बचपन को सुरक्षित करते हुए उन्हें संपूर्ण विकास के लिए अग्रसर किए जाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त संविधान द्वारा आपके कर्तव्यों को भी चिन्हित किया गया है, जिसके अंतर्गत आप सभी को निजी जीवन में निरंतर आगे बढऩे का प्रयास करते रहना चाहिए। जिससे आप उत्कृष्ट बन सकें तथा राष्ट्र सफलता की नई ऊचांईयों को छू सके। इसके साथ ही आपको अपने अंदर वैज्ञानिक सोच को विकसित करना चाहिए तथा समाज में भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे भारत सामाजिक, आर्थिक एवं बौद्धिक रूप से समृद्ध एवं सशक्त राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर उभरते हुए वैश्विक समाज को एक नई दिशा प्रदाय की जा सके।
उन्होंने बालकों को किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अंतर्गत जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे बालक जो कानून के विरुद्ध कोई कार्य करते हैं, उनके मामलों का प्रथक से ट्रायल किशोर न्याय बोर्ड द्वारा किया जाता है, जिससे कि वह सामान्य न्यायालयों में आने वाले आपराधिक प्रकृति के व्यक्तियों से दूर रहें तथा उन्हें मैत्रीपूर्ण तरीके से न्याय उपलब्ध कराया जा सके। दुबे ने विधिक सहायता के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे बालक जिन्होंने कानून के विरुद्ध कोई कृत्य किया है वह धारा 12 विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के अंतर्गत नि:शुल्क विधिक सहायता हेतु पात्र हैं। जिसका लाभ वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में उपस्थित होकर या पत्र के माध्यम से अथवा किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष नि:शुल्क विधिक सहायता की मांग कर सकता है। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नं115100 पर भी संपर्क कर नि:शुल्क विधिक सहायता प्राप्त की जा सकती है।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य पूरनसिंह चौहान, वरिष्ठ अध्यापक एवं विधिक साक्षरता क्लब के सचिव धीरज सिंह गुर्जर एवं विद्यालय स्टाफ, छात्र-छात्राएं एवं पीएलही भिण्ड शैलेन्द्र सिंह परमार मौजूद रहे।