बैसली नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल का दो वर्ष बाद मरम्मत कार्य प्रारंभ

55 लाख की राशि से होगी मरम्मत, छह माह में करना होगा जर्जर पुल का पूर्ण कार्य

भिण्ड, 29 जून। गोहद में बैसली नदी के ऊपर बने पुल पर दो वर्ष बाद मप्र लोक निर्माण सेतु निगम 55 लाख रुपए की लागत से मरम्मत कार्य कराने जा रहा है। क्षमता से अधिक भार लेकर निकलने वाले ओवरलोड ट्रक डंपर से जर्जर हुए पुल पर पिछले दो वर्ष से आवागमन प्रतिबंधित था। मप्र लोक निर्माण विभाग के सेतु निगम ने इस जर्जर पुल की मरम्मत का कार्य 55 लाख रुपए की लागत से कराने जा रहा है। एएस कंस्ट्रक्शन कंपनी ग्वालियर को क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का टेंडर दिया गया है, जिसे छह माह के अंदर का पूर्ण करना है।
ज्ञात हो बैसली नदी पर बने जर्जर क्षतिग्रस्त पुल को बंद हुए दो वर्ष बीत गए हैं, जिस पर लोक निर्माण विभाग द्वारा पूर्ण रूप से आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया था और मप्र सेतु निगम के नए पुल से आवागमन प्रारंभ कर दिया गया था। इस नए पुल पर भी क्षमता से अधिक ओवरलोड वाहन निकलने से यह नया पुल भी क्षतिग्रस्त होने की कगार पर आने लगा था। इस स्थिति को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों ने सेतु विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी से अवगत कराते हुए कहा कि गोहद में बैसली नदी पर बने नवनिर्माण पुल से आवागमन किया जा रहा है, जिस पर क्षमता से अधिक ओवरलोड वाहन निकलने से इस नए पुल भी क्षतिग्रस्त हो सकता है, इसलिए इस जर्जर पुल पर जल्द से जल्द कार्य कराना अति आवश्यक है। इसके अलावा गोहद क्षेत्र के विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने नए पुल से गुजर रहे ओवरलोड वाहनों एवं दो वर्ष से बंद पड़े पुराने क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत कार्य कराने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से बार-बार ज्ञापनों के माध्यम से मांग करते आ रहे थे। इसी के चलते भिण्ड कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद इस जर्जर पुल के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है।

इनका कहना है-

गोहद बैसली नदी पर पुराने पुल से क्षमता से अधिक ओवरलोड वाहनों के एक साथ निकलने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस पर आवागमन बंद कर दिया गया था, मरम्मत की मंजूरी एवं राशि मिलते ही टेंडर ओपन हो चुके हैं, निर्माण एजेंसी ने कार्य प्रारंभ कर दिया है, जल्दी कार्य पूर्ण कर आवागमन सुनिश्चित होगा।
डीएस चौहान, अनुविभागीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग सेतु निगम ग्वालियर