200 मरीजों की आंखों का हुआ परीक्षण, 50 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के चयनित
ग्वालियर, 28 जून। भारत सरकार एवं राज्य सरकारों के सहयोग से भारतवर्ष में अंध मुक्त अभियान चलाए जा रहे हैं। यह सभी अभियान सरकारों के प्रयास के अतिरिक्त समाज के सहयोग से ही संभव हो सकते हैं। रतन ज्योति नेत्रालय एवं सेवा जन कल्याण समिति ग्वालियर द्वारा समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में निम्न आय वर्ग के लिए स्वास्थ्य संबंधी कैम्प लगाए जाते रहे हैं, पूर्व में भी ग्राम जसवंतपुरा में मोतियाबिंद परीक्षण एवं नि:शुल्क ऑपरेशन का कैम्प लगाया गया था, जिसमें सभी मरीजों को बस द्वारा ग्वालियर ले जाकर वहां उनके रुकने की व्यवस्था, आधुनिक मशीनों द्वारा लेंस प्रत्यारोपण एवं वापस ग्राम जसवंतपुरा छोड़ा गया था।
इसी क्रम को जारी रखते हुए तथा प्रशासन, समाज एवं मीडिया के सहयोग से नगर परिषद गरौठा जिला झांसी में मोतियाबिंद चेकअप कैम्प आयोजित किया गया। उदघाटन सत्र में नगर परिषद गरौठा अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार मिश्रा, सेवार्थजन कल्याण समिति के अध्यक्ष ओपी दीक्षित, सचिव भूतपूर्व सेना अधिकारी मनोज पाण्डे, डॉ. सीलनिधि मिश्रा, शिवनारायण शर्मा, मधुसूदन मिश्रा, उमाशंकर बाजपेई, प्रहलाद राजपूत सिमरधा, पूर्व प्रधान रामसिंह राजपूत, दीपेश मिश्रा, अरविंद शर्मा, शिवदयाल गुप्ता, नगर परिषद के सभी पार्षदों, सभी गणमान्य नागरिकों एवं पत्रकार बंधुओं के बीच में भगवान धनवंतरी चित्र पर फूलमाला एवं पुष्प अर्पित करके शुरुआत की गई।
अपने उदबोधन में ओपी दीक्षित ने बताया कि पूर्व में समाज के सहयोग से जो कैम्प लगाया गया था, वह बहुत ही सफल रहा। वर्तमान में अरुण मिश्रा के मार्गदर्शन में यह कैम्प तहसील पर लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाज एवं सकार बंधुओं से चर्चा के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि भविष्य में भी इस तरह के कैम्प गरौठा क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य स्थानों पर भी लगाए जाते रहेंगे। दीक्षित ने बताया कि इस कैम्प में चयनित मोतियाबिंद के अतिरिक्त अन्य किसी आंख की बीमारी के लिए मरीज रतन ज्योति नेत्रालय में सीधे जाकर अपना इलाज करवा सकते हैं, वहां उनको अन्य बीमारियों के लिए कंसेशन रेट पर इलाज संभव हो जाएगा। शिविर में लगभग 200 मरीजों का आंखों को परीक्षण किया गया। जिसमें लगभग 50 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु पाए गए। रतन ज्योति नेत्रालय की तरफ से डॉ. विनोद भदौरिया एवं झांसी की टीम, सेवार्थ पाठशाला के सदस्य अभिनंदन कुशवाह, सत्यप्रकाश पाठक आदि मौजूद थे।