भोजपुर ग्राम भारती जिला रायसेन का आयोजन
भोपाल, 14 जून। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा मार्गदर्शित भोजपुर ग्राम भारती शिक्षा समिति जिला रायसेन द्वारा संचालित सभी सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालयों में 15 से 21 जून तक योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत जिले के सभी सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालयों में सुबह योग आसन, प्राणायाम, व्यायाम, योग समता एवं विविध शारीरिक, प्राणिक, मानसिक एवं योग के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। योग शिक्षा विद्या भारती के पांच आधार विषयों में से एक है। जिसमें शारीरिक, योग, नैतिक एवं आध्यात्मिक, संस्कृत और संगीत विषय शामिल हैं। विद्या भारती द्वारा संचालित सभी सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालयों में योग शिक्षा का अनिवार्य रूप से भैया-बहिनों को नियमित दैनिक अभ्यास कराया जाता है।
विश्व योग दिवस के अवसर पर सभी विद्यालयों में शिक्षकों, भैया बहिनों, अभिभावक एवं मातृशक्ति और सभी ग्रामीणजनों को योग कराया जाएगा। जो छात्र और ग्रामीणजन घर पर रहकर योग करना चाहते हैं उन्हें ऑनलाइन यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिले के प्रधानाचार्य एवं आचार्य, दीदी इस अवसर पर सक्रिय रहेंगे और अधिक से अधिक सहभागिता का प्रयास करेंगे।
आओ मिलकर योग करें : राजेन्द्र सिंह
मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से योग आसन प्राणायाम आदि करना चाहिए। योगाभ्यास में आसन, प्राणायाम, व्यायाम योग, समता, भ्रामरी कपालभांति, अनुलोम-विलोम पर जोर दिया जाएगा। आज गांव-गांव, शहर-शहर, योग का चलन बढ़ता जा रहा है। हमारे देश के अलावा विश्व में सुबह-सुबह महिला पुरुष, छात्र-छात्राओं को सडक़ किनारे, बाग बगीचों में योग करते हुए देखा जा सकता है। योग का भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है और योग का इतिहास बहुत पुराना है। योग गुरू पतंजलि ने इसका महत्व विस्तार से समझाया और किस प्रकार से कब कोनसा योग आसन कितना करना चाहिए। शरीर के प्रत्येक अंग का अलग-अलग आसन है। न हटात न बलात। अर्थात न हट से न बल से बल्कि योग को सहज सरल तरीके से करना चाहिए। समाज के प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि हमारे अपने सभी भैया-बहिन, ग्राम वासियों का स्वास्थ्य ठीक रहे, इसके लिए हम सबको मिलकर नियमित रूप से योग आसन, प्राणायाम, व्यायाम योग करना चाहिए। तभी हमारा गांव हमारा देश स्वस्थ सुंदर और समर्थ रहेगा। स्वस्थ जन, स्वस्थ गांव, स्वस्थ भारत। जय हिन्द, वन्दे मातरम।