मातृवेदी संस्था एवं सेवार्थ पाठशाला द्वारा व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित

ग्वालियर, 14 जून। शहर की मातृवेदी संस्था आजादी की लड़ाई में शामिल देश के शहीदों से लेकर अभी तक देश पर प्राण न्यौछावर करने वाले वीरों के बारे में अलग-अलग जगह व्याख्यान देकर लोगों के मन में देश प्रेम का अलख जगा रही है। देश के छह राज्यों की संस्थाओं व स्कूलों में लगभग 350 व्याख्यान दे चुकी है। इस संस्था में 50 से अधिक सदस्य हैं और यह संस्था साल में एक अपना कार्यक्रम आयोजित करती है। जिसका खर्चा संस्था के सदस्य खुद ही उठाते हैं। संस्था का उद्देश्य देश के वीर शहीदों के बारे में समाज के सभी वर्गों एवं छात्रों को जानकारी देकर उनके प्रति सम्मान और लोगों के मन में देश भक्ति का जोश भरना है। 2004 में इस राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत हुई। यह जानकारी मातृवेदी संस्था के सचिव एवं पूर्व आकाशवाणी उदघोषक श्याम सरीन विवेकानंद नीडम के पास वाली सेवार्थ पाठशाला के बच्चों, शिक्षकों के व्याख्यान कार्यक्रम में दी।

कार्यक्रम में आईआईटीटीएम के प्रो. डॉ. चंद्रशेखर बरुआ ने देश की आजादी में शहीद हुई महारानी लक्ष्मी बाई के बारे में बच्चों के साथ व्यापक चर्चा कर उनके योगदान के बारे में बताया। पाठशाला के अध्यक्ष ओपी दीक्षित ने बताया कि इन बच्चों को समय-समय पर ग्वालियर एवं उसके आस-पास ऐतिहासिक स्थान शहीदों की स्थली पर ले जाकर इन्हें कुछ प्रतियोगिता एवं अन्य माध्यमों से अवगत कराया जाता है। विभिन्न पाठ शालाओं के अंतर्गत लगभग 1200 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। समय-समय पर संस्था के सदस्यों द्वारा आजादी के दीवानों के बारे में बच्चों के बीच चर्चा होती रहती है। इसी क्रम में पाठशाला द्वारा महारानी लक्ष्मीबाई मेला सप्ताह के अंतर्गत आज प्रथम कार्यक्रम इस पाठशाला में किया गया। अभी आगे भी पूरे सप्ताह इस तरह की गतिविधि अन्य पाठशाला में की जाती रहेगी। कार्यक्रम का संचालन भूतपूर्व सेना अधिकारी मनोज पाण्डे ने किया। इस अवसर पर ज्योति राजौरिया, भावना प्रजापति, पूर्व बैंक प्रबंधक मोहनलाल के अलावा समाजसेवी एवं शिक्षक, 70 बच्चे उपस्थित रहे। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।