ऋषभ सत्संग भवन में हो रहा है प्रवचन सभा का आयोजन
भिण्ड, 29 मार्च। पंच कल्याणक से पूर्व गुरुवार को ऋषभ भवन में गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज के गुरू वात्सल्य दिवाकर आचार्य श्री विमल सागर महाराज के चित्र का अनावरण किया गया। इस अवसर पर पंच कल्याणक में तीर्थंकर के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सुभाष चंद जैन एवं ग्वालियर से पधारे भक्तों को गुरुदेव का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मंच पर गणाचार्यश्री के साथ आचार्य श्री सौरभ सागर महाराज, क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर महाराज, मुनि श्री प्रभाव सागर महाराज उपस्थित थे।
गणचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आनंद से भर कर किया गया कार्य संपर्क में आने वाले हो आनंद प्रदान करता है। आनंद और प्रसन्नता हर व्यक्ति के जीवन का मूल मंत्र होना चाहिए। जब कोई व्यक्ति आपको कोई वस्तु प्रदान करता है तो उस वस्तु को प्रेम से स्वीकार करें, लोग से स्वीकार करने पर मन के अंदर और अधिक पाने की आकांक्षा पैदा होगी, जो अशांति और बेचैनी को बढ़ाने का कारण बनेगी। प्रेम से वस्तु ग्रहण करने पर देने वाले के प्रति कृतज्ञता का भाव पैदा होता है। आपका जन्म भोजन के लिए नहीं हुआ है जन्म मरण को समाप्त करने के लिए शांति शील और श्रेष्ठ आचरण की जरूरत है, आदमी की पूजा श्रेष्ठ आचरण से होती है और मधुर व्यवहार से जितना आपका मन निर्मल और पवित्र होगा श्रृद्धा से भरा होगा उतने आप ऊपर होते चले जाएंगे।
क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर महाराज ने कहा कि जो भगवान का भक्त बन जाता है, वह अमर हो जाता है। देवता अमृत पीने के बाद अमर हो या ना हों, मगर भक्त जरूर अमर हो जाता है, जो सच्चे मन से प्रभु की भक्ति करता है। मुनिराज ज्ञान, ध्यान, तप के द्वारा अपने जीवन का कल्याण करता है, तो श्रावक दान, पूजा और धर्म की प्रभावना कर अपने मार्ग को प्रशस्त करता है। धर्म प्रभावना के अवसर पुण्य योग से प्राप्त होते हैं।
महावीर कीर्तिस्तंभ पर आज से होगा पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव
गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज, आचार्य श्री सौरभ सागर महाराज, क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर महाराज, मुनि श्री प्रभाव सागर महाराज के सानिध्य में दिगंबर जैन समाज का श्री चंद्रप्रभु पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव 30 मार्च से तीन अप्रैल तक श्री महावीर कीर्तिस्तंभ मन्दिर बस स्टैण्ड पर आयोजित होगा, जिसकी सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई। 30 मार्च को देव आराधना, गुरु अर्चना के पश्चात किले रोड स्थित चंदा प्रभु जिनालय से विराट घट यात्रा जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें सौभाग्यवती महिलाएं मंगल कलश मस्तक पर धारण कर मंगल बाध्यों के साथ चलेंगी, घट यात्र किला रोड से प्रारंभ होकर बजरिया गोल मार्केट सदर बाजार, परेड चौराहा, हॉस्पिटल रोड, नगर पालिका होते हुए कार्यक्रम स्थल महावीर कीर्ति स्तंभ पहुंचेंगी, जहां पर अजीत कुमार शास्त्री ग्वालियर द्वारा मंत्रोच्चारण से मण्डप की शुद्धि की जाएगी। इस अवसर पर धर्मेन्द्र जैन पिंटू दिल्ली वाले परिवार द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। सुबह 9.30 बजे गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज के मंगल प्रवचन होंगे। शाम 6.30 बजे आनंद यात्रा गुरूभक्ति का कार्यक्रम होगा, तत्पश्चात गर्भ कल्याणक की पूर्व और उत्तर क्रियाएं दिखाई जाएंगी। इन्द्र दरबार, कुबेर द्वारा रत्नों की वृष्टि, अष्ट कुमारी द्वारा माता की सेवा आदि अनेकों दृश्य दिखाई जाए।