पहले दिन नहीं आए शोधार्थी, छात्रों ने भी बनाई दूरी
भिण्ड, 23 दिसम्बर। शासकीय महाविद्यालय मेहगांव में शुक्रवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। जिसका आज विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह भदौरिया, मुख्य वक्ता पूर्व प्राचार्य हरिश्चन्द्र शर्मा, विशिष्ट अतिथि पूर्व नप अध्यक्ष ममता भदौरिया उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम के उद्घाटन में मुख्य अतिथि कामना सिंह भदौरिया ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि किस प्रकार वह स्वयं थोड़ा कम कमाकर दूसरों को रोजगार दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि देश की निर्भरता नए उद्यमी युवाओं पर है, नौकरी देश की तरक्की का रास्ता नहीं है, इसलिए यदि देश के लिए सोचना है तो उद्यमी बनकर अन्य लोगों को रोजगार प्रदान करना है। तभी देश का विकास किया जा सकता है।
कार्यक्रम से छात्रों ने बनाई दूरी, स्टाफ की भी नहीं दिखी रुचि
कार्यक्रम के आयोजक प्रो. अनुग्रहदत्त शर्मा का दावा था कि इस सेमिनार में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालय एवं अनेक स्थानों से शोध एवं उद्यमिता के छात्र व उद्यमियों का आना था। परंतु आज कार्यक्रम के प्रथम दिवस महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार का मजाक बन गया। वहीं कार्यक्रम मेहगांव महाविद्यालय के प्रोफेसरों के अलावा एनसीसी व एनएसएस के छात्रों सहित 30 से 40 लोग मौजूद थे। छात्रों का कहना है कि इस कार्यक्रम की पहले से कोई सूचना नहीं थी। जिसकी आड़ में प्रो. अनुग्रहदत्त शर्मा इस कार्यक्रम की राशि डकारना चाहते हैं। राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन में खर्चे किस मद से हो रहे हैं। कार्यक्रम में किस मद व्ययता के सिद्धांत पर काम किया गया है।
पूछने पर महाविद्यालय के कर्मचारियों ने भी अपनी असमर्थता बताई
सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम के प्रभारी अनुग्रहदत्त शर्मा और उनके करीबी राधाकृष्ण द्वारा कार्यक्रम की महज फिजूलखर्ची कर मनमाने तरीके से अपने लोगों से कमीशन सेट कर आयोजन किया जा रहा है। वहीं महाविद्यालय के अन्य प्रोफेसर का इसमें विशेष कोई महत्व नहीं दिया गया।
कार्यक्रम के पश्चात महज 100 लोगों को भी नहीं खिला पाए भोजन
कार्यक्रम के पश्चात लगभग 150 लोगों के भोजन की व्यवस्था थी। परंतु 100 से भी कम लोग उपस्थित होने के बावजूद छात्रों को भोजन नहीं मिला। छात्रों का कहना है कि इस आयोजन के पश्चात इसमें व्यय की जांच होनी चाहिए।