सर्वव्यापी पेट्रो केम प्रालि खुले नालों में छोड़ रही दूषित हानिकारक अपशिष्ट रसायन कचरा

– मानव जीवन पर्यावरण व पशु पक्षियों में बना बीमारीया फैलने का खतरा

भिण्ड, 09 नवम्बर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में संचालित सर्वव्यापी पेट्रो केम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आवारा पशु पक्षी पर्यावरण एवं मानव जीवन के लिए जान का खतरा बनी हुई है। खतरनाक दूषित हानिकारक रसायन बाहर खुले नालों में छोड़ा जा रहा है, जो कि काफी अधिक मात्रा में विषैला है।
नगर के नागरिकों ने बताया कि मालनपुर में सर्वव्यापी पेट्रो केम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी सभी प्रकार की गाड़ियों के पुराने ऑयल को रीसाइकिल करने का काम करती है। उसमें कई प्रकार के खतरनाक भारी और बेंजीन जैसे हानिकारक पदार्थों का उपयोग होता है। जो कि काफी हानिकारक पदार्थ होते है। इनको अगर ठीक से उपचारित ना किया जाए तो गंभीर प्रदूषण होता है। लोगों का कहना है कि कंपनी के पीछे व आगे से आने जाने पर हानिकारक दुर्गंध को झेलना पड़ता है, जहां सड़ी दुर्गंध आती है। जिससे सांस तक रुक जाती है। जिसमें निकलने वाला दूषित जहरीला धुआं आंखों में जलन और सांस लेने में काफी परेशानी होती है। इस प्रकार के प्रदूषण से वातावरण की हवा एवं पर्यावरण पशु पक्षी मानव जीवन के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
कितना खतरनाक है यह दूषित केमिकल
हमारे द्वारा मौके पर जाकर देखा गया तो वहां पर दूषित हानिकारक अपशिष्ट पदार्थ खुले नाले में छोड़ा जा रहा है, जिस कारण पूरा नाला का पानी प्रदूषण हो गया है। जिसकी सड़ी हुई बदबू के कारण खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा। इतने खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ का पशु पक्षी वातावरण मानव जीवन पर अत्यधिक बुरा असर पड़ेगा एवं कंपनी संचालक स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की हानिकारक बीमारियों को निमंत्रण दे रहे हैं।
मालनपुर उद्योग क्षेत्र में प्रदूषण विभाग की नाकामयाबी
उद्योग क्षेत्र मालनपुर में प्रदूषण विभाग के अधिकारियों की एक्टिविटी ना दिखाने के कारण कंपनियां अपनी मनमानी कर गंदगी व प्रदूषण फैला रही है। अधिकारी अपना कार्य अपनी ड्यूटी सही तरीके से निभाएं तो इस तरह का प्रदूषण कंपनियां कर ही नहीं पाएंगे।
क्या है नियम?
जब फैक्ट्री शुरू की जाती है तो उसमें एटीपी प्लांट लगा होना चाहिए बिना ईटीपी प्लांट के प्रदूषण बोर्ड उस फैक्ट्री को एनओसी भी जारी नहीं करता। कंपनी को सख्त नियमों और दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। अपशिष्ट तेल को सुरक्षित रूप से इकट्ठा कर उसका ठीक से उपचार करके और फिर रिसाइकल करके पर्यावरण को बचाया जा सकता है। प्रदूषण फैलाने वाली कंपनी जो को नियमित निगरानी और निरीक्षण किया जाना चाहिए।

इनका कहना है:

”इस तरह खुले में दूषित केमिकल डालना मानव जीवन पर स्वास्थ्य संबंधी त्वचा रोग, दमा रोग और श्वांस, कैंसर जैसी घातक बीमारियां का होने का खतरा है। पशुओं के लिए भी काफी हानिकारक और जानलेवा है।”
डॉ. मोहनीश तोमर, उप स्वास्थ्य केन्द्र मालनपुर

”यदि किसी कंपनी द्वारा खुले में दूषित केमिकलयुक्त कचरा खुले में फिकवाया जा रहा है तो कर्मचारियो से जांच करवाकर उचित कार्रवाई हेतु प्रदूषण विभाग को लिखित में भेजेंगे।”
रियान अली, सीएमओ मालनपुर