जिया टैलेंट यूनिवर्स स्कूल में धूमधाम से मनाया गया वार्षिकोत्सव

-बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वकच्छता अभियान, नशा मुक्ति जैसी समाजिक गतिविधियों पर विद्यार्थियों ने दी प्रस्तुतियां

भिण्ड, 01 जनवरी। दबोह नगर में लगातार लगभग छह वर्षो से संचालित शिक्षण संस्था जिया टैलेंट यूनिवर्स डे बोर्डिंग स्कूल में मंगलवार को क्रिसमस व नए साल के उपलक्ष्य में धूमधाम के साथ हर्षोल्लास से वार्षिकोत्सव मनाया गया। मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर सरस्वती माता की वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में दबोह थाना प्रभारी राजेश शर्मा, नायाब तहसीलदार रमाशंकर शर्मा एवं एडवोकेट एन.डी शर्मा मौजूद रहे।
स्कूल की छात्र-छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत कर अपनी सामाजिक की गतिविधियों वाली मनमोहक प्रस्तुतियां प्रारंभ की। जिसमें स्कूल के छात्र छात्राओं द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ नाशा मुक्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान, नावालिग विवाह, देश से गरीबी हटाओ-शिक्षित बनाओ एवं भारत के शूरवीरों, स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी के साथ-साथ भगवान श्रीराम की रामायण पर भी प्रस्तुतियां दीं। सांस्कृतिक, भावनात्मक, हास्य एवं वीरता भरी लुभावनी प्रस्तुतियों ने दर्शकों के मन को मोह लिया। प्रस्तुतियां देख कर दबोह थाना प्रभारी स्वयं को विद्यालय परिवार की तारीफ करने से रोक न सके और मंच पर पहुंच कर कहा कि इतनी प्रस्तुतियां देख चुका हूँ, हर प्रस्तुति शानदार नजर आ रही है। मैं समझ सकता हूं कि इन प्रस्तुतियों के पीछे विद्यालय परिवार ने कितनी मेहनत और परिश्रम किया होगा, नन्हें-मुन्हें बच्चों के द्वारा बहुत अच्छी-अच्छी प्रस्तुतियां दी जा रही है। इन बाल गोपलों को अवश्य ही विद्यालय परिवार ने एक अच्छा मार्गदर्शन दिया है। आज यह बात सिद्ध हो गयी है कि माता-पिता के साथ-साथ जिया टैलेंट ही बच्चों के अंदर के टैलेंट को समझ कर उसमें निखार ला कर चार लोगों के सामने उभार कर ला सकता है। अंत में विद्यालय संचालक डॉ. शहनवाज खान ने सभी का आभार प्रकट किया। इस दौरान विद्यालय परिवार के साथ छात्र-छात्राओं के परिजन, नगर परिषद उपाध्यक्ष हाकिम चौधरी, राजेंद्र खेमरिया, राजपाल सिंह गुर्जर पूर्व सरपंच, रियाज खान आदि लोग मौजूद रहे।
छात्रों ने किया विद्यालय में पौधारोपण
जिया टेलेंट विद्यालय के क्लास 6 के छात्रों ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया, जिससे विद्यालय का वातावरण प्रदूषित न हो।