शिक्षकों के उन्मुखीकरण हेतु शैक्षणिक सत्र का आयोजन

ग्वालियर, 07 जनवरी। सेवार्थ जन कल्याण समिति (सेवार्थ पाठशाला) द्वारा ग्वालियर एवं चंबल संभाग के विभिन्न स्थानों पर कोरोनाकाल से निम्न आय वर्ग एवं झुग्गी झोपडी में रहने वाले बच्चों हेतु सेवार्थ पाठशाला की विभिन्न इकाईयां संचालित की जा रही हैं। पाठशाला में शिक्षा दे रहे शिक्षक एवं शिक्षिकाएं ज्यादातर वे शिक्षक हैं जो इंटर, बीए य एमए करने के पश्चात शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं या ग्रहणी के रूप गृह कार्य में व्यस्त हैं, उन्हें मुख्यधारा से जोडकर शिक्षण कार्य में पारंगत किया जा रहा है। जिससे वह अपने बच्चों एवं समाज को शिक्षा के प्रति जागरुक कर सकें। रविवार को संस्कार पब्लिक स्कूल पंतनगर ग्वालियर एवं सेवार्थ पाठशाला के तत्वाधान में लगभग 30 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जो बच्चे शिक्षा के प्रति जागरुक नहीं हैं, उनमें किस तरह से शिक्षा के प्रति लगाव पैदा किया जाए।

संस्कार पब्लिक स्कूल के संचालक इंजी. एसके गुप्ता एवं सेवार्थ पाठशाला के अध्यक्ष पूर्व व्याख्याता ओपी दीक्षित ने विषय वस्तु के क्रियान्वन हेतु अपने विचार शिक्षकों के समक्ष रखे। विभिन्न वक्ताओं ने भी शिक्षा, शिक्षक एवं छात्रों के बीच समन्वय कैसे किया जाए इस पर विचार रखे। डॉ. चंद्रकांत यादव एवं उनकी पत्नी ने बच्चों को मिडब्रेन जागृत करना एवं उस विधि से शिक्षा की पद्धति को कैसे सुधारा जाए विषय पर विचार किए तथा सभी के सामने बच्चों की आंखों पर पट्टी बांधकर बच्चों द्वारा रंग, हाव-भाव एवं पढकर बताया गया एवं आंखों पर पट्टी बांधकर चित्र भी बनाए।
कार्यक्रम का संचालन भूतपूर्व सेना अधिकारी मनोज कुमार पाण्डे ने किया। इस अवसर पर पाठशाला की संरक्षक श्रीमती शकुन वैश्य, मोहनलाल अहिरवार, पवन दीक्षित, श्रीमती वर्षा बंसल, एसबीआई से पंकज चतुर्वेदी, श्रीमती अश्विंदर जुनेजा, राकेश बाबू पाण्डे, राहुल शर्मा, राजीव कुमार, पत्रकारबंधु श्याम श्रीवास्तव, लक्ष्मण परिहार, दिनेश दांतरे एवं अन्य समाजसेवी उपस्थित रहे।