बारिश होने पर अस्थाई टीनशेड लगाकर किया अंतिम संस्कार

ग्राम पंचायत गजना में नहीं बना मुक्तिधाम

भिण्ड, 09 सितम्बर। कहने को तो सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास कार्य की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है, मगर आजादी के कई वर्षों के बाद भी कई गांव ऐसे हैं जहां सरकारी सुविधाएं अभी तक पूर्ण रूप से नहीं पहुंच पा रही हैं, कुछ न कुछ सुविधाओं से आज भी कई गांव वंचित हैं। ऐसा ही एक गांव अटेर जनपद अंतर्गत आता है ग्राम पंचायत गजना, जहां अभी तक मुक्तिधाम नहीं बन सका, बारिश के समय यदि गांव में किसी का देहांत हो जाता है तो आप भी समझ सकते हैं कि मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा? कैसे करते होंगे अंतिम संस्कार? और हुआ भी यही। शनिवार सुबह ग्राम गजना निवासी एक 80 वर्षीय बुजुर्ग हजारीलाल तिवारी का देहांत हो गया था ऊपर से बारिश भी हो रही थी।

अस्थाई टीन शेड लगाकर करनी पड़ी अंत्येष्टि

स्थानीय निवासियों ने बताया कि दो-तीन दिनों से बराबर बारिश हो रही थी, शनिवार को जब बाबा हजारीलाल तिवारी का देहांत हुआ था तो उस समय भी बारिश हो रही थी, उनका अंतिम संस्कार करने के लिए मुक्तीधाम पहुंचे, उस समय भी लगातार बारिश हो रही थी। चूंकि मुक्तिधाम की जगह पर एक भी टीनशैड नहीं होने के कारण अंत्येष्टि कैसे की जाए, तो ग्रामीणों ने अस्थाई टीनशैड लगाया तब जाकर कहीं उनका अंतिम संस्कार किया जा सका। गांव में मुक्तीधाम के लिए जगह तो काफी है, लेकिन गांव के लोगों ने धीरे-धीरे उसे भी घेर लिया है, जिस वजह से जगह भी काफी कम बची है।
ग्रामीणों का कहना था कि ये सिर्फ आज की समस्या नहीं है, बरसात के समय ऐसी समस्या बनी रहती है, यदि यहां स्थाई मुक्तीधाम का निर्माण हो जाए तो गांव वालों को इस समस्या से निजात मिल सकती है।

इनका कहना है-

ये बात बिल्कुल सही है कि हमारे यहां अभी मुक्तीधाम का स्थाई निर्माण नहीं हुआ है, हम जल्द ही अपने विभागीय अधिकारियों से स्थाई निर्माण कराए जाने के लिए मांग रखेंगे और जल्द ही मुक्तीधाम का स्थाई निर्माण कराएंगे।

धुरंदर सिंह बघेल, सरपंच गजना