हत्या के मामले में 15 हजार का ईनामी बदमाश गिरफ्तार

देहात थाना एवं सायबर सेल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

भिण्ड, 30 जून। पुलिस अधीक्षक भिण्ड मनीष खत्री, एएसपी कमलेश कुमार खपुसे एवं सीएसपी निशा रेड्डी के निर्देशन में थाना प्रभारी देहात निरीक्षक सुधीर सिंह कुशवाह के नेतृत्व में छह वर्ष पूर्व वर्ष 2017 में अटेर रोड पर मृतक विकास शर्मा की हत्या के मामले में फरार 15 हजार के ईनामी आरोपी को देहात थाना पुलिस एवं सायवर सेल ने संयुक्त कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया है।
देहात थाना प्रभारी सुधीर सिंह कुशवाह ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 20 नवंबर 2017 को मृतक विकाश शर्मा ट्रेक्टर से मिट्टी लेकर गढूपुरा जा रहा था, जैसे ही वह अटेर रोड बालाजी नगर गली के मोड पर पहुंचा, तभी वहीं घात लगाए बैठे आठ आरोपियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिस पर थाना देहात में अपराध क्र.607/17 धारा 302, 341, 294, 147, 148, 149 भादंवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण के सभी आरोपी पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके थ, किंतु एक आरोपी घटना दिनांक से फरार था। जिसे गिरफ्तार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा 15 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। इसी तारतम्य में शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर से थाना देहात पुलिस व सायबर सेल द्वारा संयुक्त कार्रवाई कर उक्त ईनामी बदमाश को नई गल्लामण्डी के पास से भिण्ड में घेराबंदी कर पकड़ लिया गया है।
इस हत्या काण्ड का सिलसिला वर्ष 1999 से पार्टी बंदी को लेकर शुरू हुआ। वर्ष 1999 में फरियादी के परिजनों द्वारा आरोपी के पिता माताप्रसाद व ताऊ तेजराम शर्मा की पावई के हार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसी रंजिश को लेकर पुन: आरोपी के ताऊ के लडके हरेन्द्र को ग्राम कन्हौनपुरा में निमंत्रण खाने के दौरान पिथनपुरा चौराहे पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। उक्त तीन हत्याओं का बदला लेने के लिए आरोपी ने फरियादी के परिवार के विकाश शर्मा की वर्ष 2017 में अटेर रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। फरियादी के परिजनों द्वारा विकाश शर्मा की हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2018 में पुन: तीसरी बार भारौली तिराहे पर आरोपी के परिजन राधे उर्फ फोसू शर्मा, अनिल शर्मा, हरिकृष्ण शर्मा, रामशरण शर्मा को गोली मार दी थी, जिसमें राधे उर्फ फोसू व अनिल शर्मा की मृत्यु हो गई थी।
महत्वपूर्ण भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी देहात निरीक्षक सुधीर सिंह कुशवाह, निरीक्षक उदयभान सिंह यादव, उपनिरीक्षक दीपेन्द्र यादव, शिवप्रताप राजावत, नीतेन्द्र मावई, सउनि सत्यवीर सिंह, प्रधान आरक्षक प्रमोद पाराशर, सतेन्द्र याद, महेश, सोनेन्द्र सिंह, गुरूदास सोही, सुमित तोमर, केशव भदौरिया, आरक्षक आनंद दीक्षित, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, राहुल याद, हरपाल, संदीप राजावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।