श्रमिक ने आवेदन देकर कंपनी प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की
भिण्ड, 21 जून। इंडस्ट्रियल फूड एरिया मालनपुर में संचालित कारखानों में सुरक्षा चूक के कारण आए दिन श्रमिक हादसे का शिकार होते हैं। लेकिन जिम्मेदार महकमों में बैठे अधिकारी कारखानों में श्रमिक सुरक्षा नियम लागू कराने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जिसके चलते श्रमिक बगैर सुरक्षा उपकरणों के जान जोखिम में डालकर काम करते हैं और हादसों के शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में संचालित विक्रम आर्या (प्रिया गोल्ड) कंपनी में देखने को मिला। कंपनी प्रबंधन द्वारा नाबालिग श्रमिक से बगैर सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक मशीन पर काम कराया जा रहा था, जिसके चलते वह हादसे का शिकार हो गया। नाबालिक श्रमिक ने श्रम अधिकारी और पुलिस को शिकायत कर कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
श्रमिक राहुल पुत्र सर्वेश कुमार उम्र 17 वर्ष निवासी चिकनाजत्ती, जिला लखीमपुरखीरी उप्र, हाल मालनपुर ने श्रम अधिकारी को शिकायती आवेदन देकर बताया कि मैं प्रिया गोल्ड कंपनी में करीब तीन महीने से काम कर रहा हूं। 10 जून को सुबह सात बजे कंपनी में ड्यूटी करने गया था, कंपनी प्रबंधन द्वारा मुझे मैदा मिक्सर मशीन पर लगा दिया गया था, मैंने मना किया कि मैं मशीन नहीं चला पाऊंगा, उसके बावजूद भी जबरन ड्यूटी पर लगाया गया, तभी दोपहर बाद करीब तीन बजे के आस-पास काम करते समय मशीन में मेरा दांया हाथ चला गया। पास ही काम कर रहे मेरे भाई ने तत्काल मशीन का स्विच ऑफ कर दिया, उंगलियां मशीन में बुरी तरह फंस गईं, जिससे मेरी एक उंगली कट कर अलग हो गई और दो उंगलियां बुरी तरह कुचल कर टूट गईं, करीब दो घण्टे मेरा हाथ मशीन में ही फसा रहा और मैं काफी देर तक दर्द से कराहता रहा। काफी प्रयास के बाद मशीन के हिस्से को काट कर मेरे हाथ को निकाला गया और मुझे ग्वालियर निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। तीन दिन इलाज कराने के बाद मुझे अपने हाल पर छोड़ दिया। अब कंपनी प्रबंधन द्वारा मुझसे कहा जा रहा है कि तुम अपने घर चले जाओ और उनके द्वारा मुझे कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है, ना ही मेरे उपचार पर ध्यान दिया जा रहा है और मेरा आधार कार्ड भी मुझसे ले लिया है। कंपनी प्रबंधन की लापरवाही के कारण मेरी उंगलियां कटी है, मुझ्सो जान-बूझकर बगैर सुरक्षा उपकरणों से मशीन पर काम कराया गया। इस कारण मेरे साथ हादसा हो गया और मैं जिंदगी भर के लिए अपंग हो गया हूं, कंपनी द्वारा मेरा पीएफ और ना ही ईएसआई काटा जा रहा था। कंपनी में श्रमिकों से जबरन ओवर टाइम कराया जाता है और जिसका भुगतान भी नहीं किया जाता है। पूर्व में भी कंपनी प्रबंधन की लापरवाही के कारण इसी मशीन पर कई श्रमिक हादसे के शिकार हो चुके हैं।
इन कंपनियों में भी हादसे के शिकार हो चुके हैं श्रमिक
क्षेत्र में संचालित जीटीवी कंपनी में भी सुरक्षा चूक के कारण एक श्रमिक का मशीन पर काम करते समय हाथ कट गया था, जिसमें मालनपुर पुलिस ने फैक्ट्री मैनेजर नागेन्द्र सिंह तोमर के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। वेदांत प्लास्टिक कंपनी में नाबालिग श्रमिक का हाथ मशीन में चले जाने से कट कर अलग हो गया था, पुलिस ने जिम्मेदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वसुंधरा कंपनी में मशीन पर काम करते समय एक श्रमिक की उंगलियां कट गई थी, पुलिस ने ठेकेदार के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। अमरजीत नामक तो भाइयों द्वारा संचालित कबाड़ फैक्ट्री की टीन सेट से गिरकर एक श्रमिक की मौत हो गई थी, हालांकि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा श्रमिक के परिजनों से सांठ-गांठ कर मामले को दबा दिया था।
इनका कहना है –
बाल श्रमिक द्वारा आवेदन आया है कार्रवाई कर रहे हैं।
निशांत, लेवर इंस्पेक्टर, मालनपुर