लक्ष्मीबाई के बलिदान को हम भारतीय भुला नहीं सकते : शांतिदास महाराज

भिण्ड, 18 जून। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर सामाजिक संगठन जनशक्ति विकास परिषद ने मेहगांव नगर के प्राचीन खेड़ापति हनुमान मन्दिर पर कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें संगठन द्वारा रानी लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद करते हुए नमन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मन्दिर के महंत शांतिदास महाराज उपस्थित रहे। जिन्होंने रानी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई का जीवन त्यागमय रहा है। सन 1857 की क्रांति की मुख्य प्रेरणा स्त्रोत रानी लक्ष्मीबाई ही थीं। यदि देश में कुछ गद्दार राजा अंग्रेजों का साथ नहीं देते तो रानी लक्ष्मीबाई अपने साहस के द्वारा 1857 मैं ही भारत को आजाद करा लेतीं। देश की प्रत्येक नारी को रानी लक्ष्मीबाई को अपना आदर्श मानना चाहिए। कार्यक्रम में परिषद अध्यक्ष अधिवक्ता शिवम चौधरी, सोनू लहारिया, जीतू सोनी, मनीष शर्मा, लल्ला जादौन, छोटू त्रिपाठी, राहुल राजावत, हरिओम पचौरी, प्रशांत शर्मा, गुड्डन नीमगांव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।