यदि बच्चे अपने अधिकारों से वंचित रहेंगे तो हमारा देश एवं राष्ट्र मजबूत नहीं होगा : व्यास

चाइल्ड लाइन ने किया खुला मंच का आयोजन

भिण्ड, 09 मई। चाइल्ड लाइन के संचालक शिवभान सिंह राठौर के मार्गदर्शन में चाइल्ड लाइन टीम द्वारा वार्ड क्र.नौ में मंगलवार को बच्चों के साथ ओपन हाउस कार्यक्रम किया गया। जिसमें लगभग 44 बच्चों ने सहभागिता की।
चाइल्ड लाइन टीम मेंबर उपेन्द्र व्यास ने बताया कि बच्चे देश का भविष्य हैं, यदि बच्चे अपने अधिकारों से वंचित रहेंगे तो हमारा देश एवं राष्ट्र मजबूत नहीं होगा। बच्चों को घर से नाराज होकर नहीं जाना चाहिए एवं किसी अपरिचित द्वारा दी हुई चीज नहीं खाना चाहिए। बच्चों को बंधुआ मजदूरी नहीं कराई जा सकती। बच्चो ंको गुड टच तथा वेड टच के बारे मे भी बताया गया। बच्चों को अपना बॉडीगार्ड बनाना है, जिसमें सारी बातें बताई जाएं, जो अपने माता-पिता होते है।
टीम मेंबर अजब सिंह ने बच्चों को चाइल्ड लाइन नं.1098 नि:शुल्क सेवा से अवगत कराया और बच्चों को कहानी के माध्यम से बताया कि यह सेवा सबसे पहले मुंबई में शुरू हुई और आज पूरे देश में संचालित है। निराश्रित बच्चों के लिए जिले में छह से 14 वर्ष के लिए बालगृह और शून्य से छह वर्ष के लिए शिशुगृह संचालित हैं। बच्चों की चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉलिंग करवाकर उनकी झिझक दूर की गई। उन्होंने बताया कि चाइल्ड लाइन गुमशुदा बच्चों की किस तरह से मदद करती है, जो बच्चे अपने माता-पिता से बिछड़ गए हों, वे या संबंधित वयस्क कोई भी 1098 पर कॉल करके मदद की मांग कर सकता है। चाइल्ड लाइन टीम बच्चों को मदद को हाजिर होगी।
टीम सदस्य अनमोल चतुर्वेदी ने बताया कि बाल श्रम में लिप्त बच्चों को मुक्त करवाने के लिए एवं मेडीकल सुविधा दिलाने, शिक्षा से वंचित बच्चों, बाल व्यापार की स्थिति में, घर से भागे हुए बच्चे, बाल विवाह की परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति चाइल्ड लाइन नं.1098 पर कॉल करके सूचित कर सकता है। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिथलेश शुक्ला एवं सहायिका साधना समाधिया और चाइल्ड लाइन टीम से आकाश शर्मा और धारेन्द्र श्रीवास्तव आदि ने सराहनीय सहयोग दिया।