भिण्ड, 19 अप्रैल। गायत्री शक्तिपीठ गोहद द्वारा आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का समापन पूर्ण आहुति के साथ हुआ। तीन दिन तक चले महायज्ञ में हजारों परिवारों ने उपस्थित होकर आहुति डाली। प्रतिदिन सुबह आठ बजे से आरंभ होने वाले महायज्ञ में तीन चरण होते थे, जिसमें दंपत्ति यज्ञ में बैठकर आहुति डालते थे, यज्ञ का स्थान तीर्थ का रूप धारण लिया है। यहां श्रृद्धालुओं ने यज्ञ स्थल की परिक्रमा कर धर्म लाभ ले रहे थे। यहां हरिद्वार स्थित शांतिकुंज से आए विद्वानों ने मंत्रोच्चारण कर यज्ञ संपन्न कराया। 17 से 19 अप्रेल तक आयोजित गायत्री महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली की विदाई श्रीमती संध्या पत्नी लालसिंह आर्य ने की।
गायत्री महायज्ञ के सरंक्षक शैलेन्द्र सिंह भदौरिया ने बताया कि तीन दिवसीय महायज्ञ में गोहद के साथ अन्य स्थानों से उपस्थित हुए गायत्री परिवार के सदस्यों एवं नगर के नागरिकों का हृदय से आभार, जिन्होंने कार्यक्रम में परोक्ष-अपरोक्ष रूप से सहयोग प्रदान किया।