गोवर्धन के सियाराम शरण महाराज की कृपा से पावई माता मन्दिर पर बही भक्ति रस की धारा

पवन बृजवासी रासलीला मण्डल द्वारा दी गई बेहतरीन प्रस्तुति

भिण्ड, 13 अप्रैल। अटेर क्षेत्र के पावई गांव में स्थित श्रीदेवी मन्दिर परिसर में गोवर्धन धाम से पधारे संत शिरोमणि बाल योगी सियाराम शरण महाराज की कृपा से भक्ति रस की धारा बह रही है यहा सुबह राशलीला के माध्यम से बालक स्वरूप भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला आदि गतिविधियों का संगीतमय मंचन वृन्दावन के पवन बृजवासी रासलीला मण्डल द्वारा बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। वहीं दोपहर दो बजे से पांच बजे तक श्रीमद् भागवत कथा का भक्तों को स्वयं महाराज जी ने अपने मुखारविंद से वर्णन किया, इस भक्तिरस के धार्मिक आयोजन में काफी संख्या आस-पास के लोग शामिल हुए।
रासलीला में भगवान श्रीकृष्ण की मनमोहक अदाओं पर गोपियां यानी बृज बालाएं लट्टू थीं। कान्हा की मुरली का जादू ऐसा था कि गोपियां अपनी सुधबुध गंवा बैठती थीं। गोपियों के मदहोश होते ही शुरू होती थी कान्हा के मित्रों की शरारतें। माखन चुराना, मटकी फोडऩा, गोपियों के वस्त्र चुराना, जानवरों को चरने के लिए गांव से दूर-दूर छोड़ कर आना ही प्रमुख शरारतें थी, जिन पर पूरा वृन्दावन मोहित था, कान्हा की इन सारी अठखेलियों को एक धागे में पिरोकर यानी उनको नाटकीय रूप देकर रासलीला या कृष्ण लीला खेली जाती है। श्रीकृष्ण की रासलीला का आनंद मथुरा वृन्दावन तक सीमित न रह कर पूरे देश में होता है। इस कड़ी मे इन दिनों पावई माता मन्दिर परिसर ब्रजधाम बन गया है, सजे-धजे श्रीकृष्ण को अलग-अलग रूप रखकर राधा के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करते दिखाया जाता है। रासलीला को देख दर्शकों को ऐसा लगता है मानो वे असलियत में श्रीकृष्ण के युग में पहुंच गए हों। रासलीला का वास्तविक अर्थ नृत्य, गान एवं अभिनय तीनों कलाओं के समावेश से है, आज रासलीला का सबसे मनमोहक पुष्प वर्षा कर होली उत्सव मनाया गया।

गोवर्धन परिक्रमा भक्त मण्डल ने किया महाराज जी का सम्मान

गोवर्धन धाम से भिण्ड वासियों को भगवान श्रीकृष्ण लीलाओं का कथा श्रवण व रासलीला के माध्यम से साक्ष्य दर्शन का आनंद दिलाने पधारे बाल योगी सियाराम शरण महाराज का गोवर्धन परिक्रमा भक्त मण्डल के अध्यक्ष सुरेश चंद्र बादल व सचिव राघवेन्द्र कुशवाह ने सम्मान किया। उन्होंने कहा कि महाराजश्री भिण्ड से गोवर्धन परिक्रमा देने जाने वाले हर भक्त को स्नेह देते हैं। पिछले वर्ष से महाराज जी उन लोगों को भी गोवर्धन ब्रज दर्शन का आनंद की अनुभूति करा रहे हैं जो वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं व बच्चे ब्रिज गोवर्धन नहीं पहुंच पाते हैं। अंत मे एक्सिस बैंक के प्रबंधक अविनाश शर्मा व शासकीय ठेकेदार सेंगर ने महाराजश्री व रासलीला मण्डल के सदस्यों का भिण्ड पधारने के लिए आभार जताया।
महाराज जी की विरगवा गांव ही जन्म भूमि
धार्मिक आयोजन स्थल पावई में मौजूद बुजुर्गों के अनुसार पांच वर्ष की आयु में महाराज को किसी संत ने उनकी मां से मांग लिया था। हुआ यूं था कि पावई से कुछ दूरी पर स्थित डिडोना गांव में एक बड़ा यज्ञ हुआ, जिसमें बाल योगी महाराज जी की मां भी शामिल होने पहुंची थीं, जहां उन के तेज स्वरूप पर संत की निगाह गई, तो से संत सेवा में पुत्र को मांग लिया, तभी से वे बाहर थे। एक दशक से गिर्राज मन्दिर के पास भक्तों की सेवा के लिए आश्रम में रहते हैं, पिछले दो साल से पावई माता के बुलावे और भक्तों के विशेष आग्रह पर एक सप्ताह स्वयं कथा श्रवण कराने पधारते हैं।