जहां स्वार्थ समाप्त होता है मानवता वहीं से प्रारंभ होती है : चिन्मयानंद बापू

लहार आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ में महाराजश्री ने सुनाई भगवान के बाल चरित्र की कथा

भिण्ड, 12 अप्रैल। लहार नगर के उपाध्याय गार्डन में भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य अम्बरीश शर्मा गुड्डू द्वारा आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस पूज्य कथा वाचक अंतर्राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने कहा कि मानव योनि में जन्म लेने मात्र से जीव को मानवता प्राप्त नहीं होती, यदि मनुष्य योनि में जन्म लेने के बाद भी उसमें स्वार्थ की भावना भरी हुई है, तो वह मानव होते हुए भी राक्षसी वृत्ति की पायदान पर खड़ा रहता है, यदि व्यक्ति स्वार्थ की भावना को त्याग कर हमेशा परमार्थ भाव से जीवन यापन करे तो निश्चित रूप से वह एक अच्छा इंसान है, यानी सुदृढ़ मानवता की श्रेणी में खड़ा होकर पर सेवा कार्य में रत है, क्योंकि परमार्थ की भावना ही व्यक्ति को महान बनाती है।
श्रीकृष्ण की लीलाओं में पूतना चरित्र पर व्याख्यान देते हुए पूज्य बापूजी महाराज ने कहा कि कंस स्वयं को सब कुछ समझ लिया, हमसे बड़ा कोई न हो जो हमसे बड़ा बनना चाहे या हमारा विरोधी हो उसको मार दिया जाए। ऐसा निश्चय कर ब्रज क्षेत्र में जितने बालक पैदा हुए हो उनको मार डालो और इसके लिए पूतना राक्षसी को भेजा तो प्रभु श्री बालकृष्ण भगवान ने पूतना को मोक्ष प्रदान किया। इधर कंस प्रतापी राजा उग्रसेन का पुत्र होते भी स्वार्थ लोलुपता अधिकाधिक होने के कारण राक्षसों की श्रेणी में आ गया और भगवान श्रीकृष्ण ने उसका संहार किया। माखन चोरी लीला प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए आचार्यश्री ने कहा कि दूध, दही, माखन को खा-खाकर कंस के अनुचर बलवान होकर अधर्म को बढ़ावा दे रहे थे, इसलिए प्रभु ने दूध, दही, माखन को मथुरा कंस के अनुचरों के पास जाने से रोका और छोटे-छोटे ग्वाल-बालों को खिलाया, जिससे ग्वाल-बाल बलवान बनें और अधर्मी कंस के अनुचरों को परास्त कर सकें। भगवान श्रीकृष्ण ग्वाल-बालो से इतना प्रेम करते थे कि उनके साथ बैठकर भोजन करते-करते उनका जूठन तक मांग लेते थे। उन्होंने कहा कि हम जीवन में वस्तुओं से प्रेम करते है और मनुष्यों का उपयोग करते है ठीक तो यह है कि हम वस्तुओं का उपयोग करें और मनुष्यों से प्रेम करें। इसलिए हमेशा से प्रेम की भाषा बोलिये, जिसे बहरे भी सुन सकते हैं और गूंगे भी समझ सकते हैं। प्रभु की माखन चोरी लीला हमें यही शिक्षा प्रदान करती है।

विशेष महोत्सव के रूप में आज श्री गिरिराज पूजन (छप्पन भोग महोत्सव) विशेष धूम-धाम से मनाया गया। जिसमें कथा पारीक्षत श्रीमती अरुणा नरेश चन्द्र शर्मा ने भक्तजनों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में अमृतपान एवं रामराजा दरवार के दिव्य दर्शन प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य बनाएं।
आरती में ये रहे मौजूद
भागवत ज्ञान यज्ञ में दंदरौआ सरकार केमहंत श्रीश्री 1008 श्री रामदास महाराज, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गणेश मिश्रा, भाजपा अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य, पूर्वमंत्री राकेश चौधरी, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर, पूर्वमंत्री सतीश पाल, रतनगढ़ वाली माता के महंत राजेश कटारे, सिद्दन महाराज महंत खड़ेश्वरी मन्दिर उरई, पूर्व कमिश्नर महेश चौधरी, मौ नप अध्यक्ष प्रतिनिधि सज्जन सिंह यादव, राघवेन्द्र त्रिपाठी, महेश महाते, विकाश चौधरी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्षगण अवधेश सिंह कुशवाह, राजेन्द्र शर्मा राजे एवं रविसेन जैन, सरोज जोशी, ओम दुबे कानपुर, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कानपुर अनुभव चक, वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा भिण्ड, नगर पालिका अध्यक्ष सेबड़ा गोविन्द नागिल, पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्नी गतवार, खण्ड विस्तारक बालेन्दु चौहान, पूर्व नपा अध्यक्ष नजीद सिंह, सोनू गतवार, महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सीमा शर्मा, राजेश शर्मा, अमर सिंह भदौरिया, पूर्व नप अध्यक्ष आलमपुर रामकुमार त्रिपाठी, जनभागीदारी समिति आलमपुर के अध्यक्ष कल्याण सिंह कौरव सहित सैकड़ों धर्म प्रेमी बंधु मौजूद रहे।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय आज लहार आएंगे
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 13 अप्रैल को भिण्ड जिले के लहार पहुंचेंगे। जानकारी के अनुसार वह बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस से प्रयागराज से होकर ग्वालियर आएंगे। वह ग्वालियर आकर मुरार उच्च विश्रांति गृह में कुछ देर रुककर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद लहार में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अम्बरीश शर्मा गुड्डू भैया द्वारा आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ में शिरकत करेंगे। इस भागवत ज्ञान यज्ञ में श्रोताओं को कथा का रसपान चिन्मयानंद बापू द्वारा कराया जा रहा है।