धर्म की स्थापना के लिए भगवान अवतार लेते हैं : चिन्मयानंद बापू

लहार में चल रहा है श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ

भिण्ड, 11 अप्रैल। लहार नगर के उपाध्याय गार्डन में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अम्बरीश शर्मा गुड्डू भैया द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में पूज्य चिन्मयानंद बापू ने भगवान राम जन्म, हिरण्य कश्यप वध, बाल चरित्र, श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई। भगवान के जन्म के उपरांत पूरा पण्डाल जगमगा उठा और नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गूंज से पण्डाल गूंज उठा। महाराज ने सुंदर भजन के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव से सभी को आनंदित कर दिया।
पूज्य चिन्मयानंद बापू ने कहा कि पाप जब बढ़ता है तो भगवान का अवतार होता है, उनके अवतार से सभी भक्तों का बेड़ा पार होता है। धर्म की स्थापना के लिए भगवान अवतार लेते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा सबसे बड़ा पुण्य होता है, माता-पिता संसार में प्रत्यक्ष देवता हैं, इनकी सेवा ही सबसे बड़ा भजन है। आप भजन न करें, मन्दिर न जाएं, कथा न सुनें चलेगा, पर यदि आप अपने माता-पिता की सेवा नहीं करते हैं तो नहीं चलेगा, जो व्यक्ति अपने माता-पिता को कष्ट देता है वो जीवन में कभी सुखी नहीं रह सकता, माता-पिता की आंखों से जीवन में सिर्फ दो ही बार आंसू निकलते हैं, एक जब बेटी घर छोडक़र जाती है और दूसरा जब बेटा मुख मोड़ता है तब, भगवान राम ने भी कहा है कि वही पुत्र भाग्यवान होता है जो माता-पिता के वचनों को मानता है, ऐसे व्यक्ति की मुट्ठी में पुण्य के चारों पदार्थ होते है अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष। जिनको माता-पिता के लिए बेटा प्राणों से प्रिय होता है, बेटे के लिय कितने भी कष्ट सहन करते हैं, कितनी भी सर्दी पड़ रही हो बालक यदि बिस्तर पर पिसाब कर लेता है तो मां उसे सूखे में लिटाकर खुद रातभर गीले में लेटी रेहती है। एक माता के कितने भी बच्चे हों उनका पालन पोषण करने में उसे कभी कोई कष्ट नहीं होता, पर विडंबना तो ये है कि जब वह बूढ़े हो जाते हैं तब 10 पुत्र भी मिलकर अपने माता-पिता को सुखी नहीं रख पाते। यह व्याख्यान उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कहे।
इस कथा के पारीक्षत श्रीमती अरुणा-नरेश चन्द्र शर्मा ने सभी भक्तों से भक्ति भाव से कथा सुनने का निवेदन किया एवं कथा उपरांत भण्डारा प्रसादी ग्रहण करके ही घर जाएं। इस मौके पर श्रोतागण भारी संख्या में उपस्थित थे एवं कथा के समापन के बाद आरती में झूमे श्रोता, आरती के उपरांत सभी भक्तों को प्रसादी बितरण की गई।

कथा के उपरांत चल रहे अनवरत रूप से भध्डारे में जनसैलाव उमड़ा। आम नागरिकों के अनुसार भण्डारे में 40 से 50 हजार भक्तों ने भण्डारा प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ कमाया। भागवत कथा में पूर्व विधायक मुन्नासिंह भदौरिया एवं रसाल सिंह, केपी सिंह भदौरिया, संतोष बौहरे, रामकुमार महाते, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अशोक चौधरी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मदास शुल्ला, डायरेक्टर अजय पिघल, मनोज सिंघल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विश्ववर्धन, मधुसुदन, आरोग्यधाम के संचालक अनूप अग्रवाल, कमलेश, प्रकाश नरायण दुबे, यशपाल शर्मा, गोपाल शर्मा आदि मौजूद थे।