सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर जारी
नई दिल्ली। देश में भाजपा और कांग्रेस की बयानबाजियां कम नहीं हो रही हैं, एक-दूसरे पर हमलावर बने हुए हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण समाप्त हो रहा है, लेकिन इस दौरान दोनों सदनों में काम-काज नहीं हो सका है। दोनों सदनों में विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर रहे। वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर पहलटवार किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार ने इस बजट को चर्चा में नहीं लाने का पूरा प्रयास किया। मोदी सरकार लोकतंत्र की बहुत बातें कहती है लेकिन जो कहती है, उसके तहत चलती नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास किया गया है। वे हमेशा कहते रहे कि विपक्ष को दिलचस्पी नहीं है लेकिन विघ्न तो सरकार की तरफ से हुआ है। खड़गे ने कहा कि हमारा सामूहिक मुद्दा था कि अदानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने सवाल किया कि अदानी की संपत्ति केवल 2.5 साल में 12 लाख करोड़ कैसे हुई? उन्होंने सरकार का पैसा और संपत्ति खरीदी है। क्यों मोदी जी एक ही व्यक्ति को इतनी चीजें दे रहे हैं? उन्होंने कहा कि किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से वे (अदानी) मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम जेपीसी की मांग कर रहे हैं। इसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग आपके रहेंगे। इसके बावजूद वे (भाजपा) जेपीसी से क्यों डर रहे हैं?
दरअसल, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इससे पहले कहा था कि कांग्रेस और उनके साथियों ने बहुत गलत तरीके से परेशान किया और सदन को चलने नहीं दिया। राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस पार्टी और उसके साथियों ने जो किया है वो देश देख रहा है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस और उनके गिरोह मिलकर कोर्ट में दबाव डालने के लिए सूरत कोर्ट में जाकर जिस तरह जुलूस निकालकर कोर्ट के परिसर में गए, मैं इसका खंडन करना चाहता हूं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि जब भी हम नोटिस देते थे और उस पर चर्चा की मांग करते थे, तब वे हमें बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ है, मैंने 52 सालों में ऐसा कभी नहीं देखा। यहां 2 साल से मैं देख रहा हूं कि खुद सत्तारूढ़ पार्टी के लोग विघ्न डालते हैं।