मप्र में विधानसभा चुनाव जीतने कांग्रेस की रणनीति तय

इंदौर। मप्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी भले ही नहीं हुई है, लेकिन पार्टियों ने रणनीति बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस इस बार का विधानसभा चुनाव – आखिर मेरा कसूर क्या था?..थीम पर लड़ेगी। इसकी घोषणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इंदौर में किया। मुझे मध्यप्रदेश की जनता पर पूरा विश्वास है कि वह प्रदेश को सुरक्षित रखेगी। कमलनाथ मंगलवार को इंदौर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। उनके साथ सांसद शशि थरूर भी हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच नहीं, बल्कि भाजपा संगठन से है। कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी को एकजुट होकर काम करना है। प्रदेश में व्यापारी परेशान हैं। हम आने वाली पीढ़ी को एक अच्छा मध्यप्रदेश देना चाहते हैं। ऐसा प्रदेश जहां भ्रष्टाचार, मिलावट आदि ना हो। इंदौर शहर अध्यक्ष को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि एक व्यक्ति संगठन नहीं चलता। यहां हर कार्यकर्ता कमलनाथ है। इसके बाद मीडिया से चर्चा में कमलनाथ ने कहा, शिवराज सिंह कलाकारी वाला भाषण देते हैं। खुद को कभी मामा बताते हैं, तो कभी किसान का बेटा। दिग्विजय सिंह की सक्रियता के सवाल पर नाथ ने कहा, दिग्विजय सिंह पूरी तरह सक्रिय हैं। वे सभी परंपरागत सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं और पार्टी को मजबूती दे रहे हैं। प्रदेश सरकार बहुत गजब है। अब तो इसे कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए भी कर्जा लेना पड़ रहा है। मैं मामा नहीं, किसान का बेटा नहीं, चाय वाला नहीं, बल्कि एक साधारण व्यक्ति हूं। जब बाबूलाल गौर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब मैं केंद्र में परिवहन मंत्री और शहरी विकास मंत्री रहा। रिकॉर्ड देख ले के कि उस दौरान मैंने मध्य प्रदेश को कितनी मदद की है। -भाजपा का शासन तीन पी से चल रहा, पुलिस, प्रशासन और पैसे मिशन 2023 की तैयारी की कड़ी में सत्ता पक्ष भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप और जुबानी जंग जारी है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कई मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कहा कि भाजपा का शासन तीन पी यानि पुलिस, प्रशासन और पैसे से चल रहा है। कमलनाथ ने कहा कि मैंने कभी विधायकों की कीमत नहीं लगाई। मैंने कहा जो जमीनी लोग हैं उनकी कीमत है, घटिया राजनीति पर विश्वास नहीं करता, मेरे ऊपर कोई किसी प्रकार के आरोप नहीं लगा सकता उंगली नहीं उठा सकता। 15 महीने की सरकार में मेरे पास भाजपा के कई लोगों के खिलाफ मामले आए, लेकिन मैंने तो कभी घटिया राजनीति नहीं की। मैं इन बातों में पढऩा भी नहीं चाहता। मध्य प्रदेश सरकार पर लगातार कर्ज पर कर्ज चढ़ता जा रहा है। – मेट्रो प्रोजेक्ट की नींव हमने रखी आने वाले समय में ब्याज लौटाने के लिए भी कर्ज लेना होगा। मैं मानता हूं मैंने कर्जा लिया। उस कर्ज को इन्वेस्ट किया, उस इन्वेस्ट से आने वाले मुनाफे से कर्ज की राशि भी जमा की। आने वाले चुनाव में आम जनता बहुत समझदार है। मैं राजा नहीं महाराजा नहीं, मैं चाय वाला नहीं, मैं साधारण व्यक्ति हूं, जनता जानती हैं। मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि नींव हमने रखी थी, भूमि पूजन हमने किया था, जब हमारी सरकार आई थी इसके बाद हमारी सरकार चली गई। लंबे समय तक भाजपा ने मेट्रो के काम को अटका कर रखा। लोगों के विरोध के बाद भाजपा मेट्रो में तेजी लाई। -मैं कोई राजा महाराजा नहीं आम आदमी हूं इसी तरह से उज्जैन में महाकाल लोक की नींव रखी थी। 3:30 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार ने सेंसन किए थे। भाजपा का शासन तो तीन पी यानी पुलिस प्रशासन और पैसे से चल रहा है। विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि मैं कोई किसान का बेटा नहीं, मैं चाय वाला नहीं, मैं राजा नहीं महाराजा नहीं मैं कोई कलाकार नहीं। कांग्रेसजन आम व्यक्ति बनाकर चुनाव लडेंगे। भाजपा की विकास यात्रा का 160 विधानसभा में विरोध हुआ है। ऐसे में आप खुद स्थिति समझ सकते है। आने वाले विधानसभा में कांग्रेस भाजपा को बड़ी चुनौती देगी और अपनी सरकार बना कर दिखाएंगे।