बारिश के कारण रुका चंबल पुल की मरम्मत का कार्य

दो माह तक भारी वाहनों पर रहेगा प्रतिबंध

भिण्ड, 02 जुलाई। भिण्ड-इटावा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबल नदी के पुल की मरम्मत का काम बारिश के कारण गुरुवार से शुरू नहीं हो सका है। काम कर रही बरेली की एएम बिल्डर्स कंपनी ने मरम्मत के लिए चार माह का समय मांगा था, इसमें पुल के मेंटीनेंस के अलावा पिलर के बेयरिंग की ग्रीसिंग होगी, हालांकि प्रशासन ने फिलहाल दो माह का समय दिया है। अधिकारियों के मुताबिक पुल पर से भारी वाहनों का निकलना प्रतिबंधित रहेगा, जरूरत पडऩे पर छोटे वाहनों को भी प्रतिबंधित किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार सन् 1976 में बने चंबल पुल को बनाने वाले इंजीनियरों ने इसका डिजायन 20-25 टन वजनी वाहन के हिसाब से तैयार किया था, लेकिन वर्तमान में इस पुल से क्षमता से ज्यादा वाहन निकलते हैं। रेत के ओवरलोड वाहनों से भी पुल को नुकसान पहुंचा है। पुल के दोनों ओर सड़क के स्लैब धसक चुके हैं और दोनों साइड जर्जर हो गई हैं। उप्र लोकनिर्माण सेतु विभाग ने पुल की मरम्मत की जरूरत बताई थी। इटावा कलेक्टर अवनीश राय ने 27 जून से पुल से रेत-गिट्टी के अलावा अन्य सामान के भारी वाहनों के निकलने पर अगले आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने बताया कि मरम्मत के दौरान जरूरत के हिसाब से छोटे वाहनों को भी बंद कराया जाएगा।

पुल पर यह काम किया जाएगा

चंबल पुल पर कंपनी पिलर के नीचे से लेकर ऊपर तक चेक करेगी। बेयरिंग से चेक कर ग्रीसिंग की जाएगी। जिन स्लैब में दरार आ रही हैं, उन्हें भरा जाएगा। छोटे-छोटे गड्ढों को बंद करने के लिए प्लेट डालने के बाद रिपयेरिंग की जाएगी। इसकी बाद पुल की सड़क पर नई लेयर डाली जाएगी।

भिण्ड से इटावा जाने में 40 किमी फेर बढ़ा

भिण्ड से फूफ-बरही से चंबल पुल होकर इटावा की दूरी 35 किमी है। पुल पर भारी वाहन प्रतिबंधित होने से भिण्ड से इटावा जाने वाले सभी वाहन अब फूफ से भदाकुर रोड होकर चकरनगर पहुंच रहे हैं। यहां से उदी चौराहा होकर इटावा पहुंचेंगे। भिण्ड से इटावा जाने के इस वैकल्पिक मार्ग की दूरी 75 किमी है। इस तरह से अब भिण्ड से इटावा जाने में 40 किमी का फेर बढ़ेगा।