गरीब बच्चों की लिए मजदूर सेवा संगठन की कक्षाएं आरंभ

भिण्ड, 26 मार्च। कोरोना काल में जहां बच्चे अध्ययन से दूर हो गए थे, ऐसी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई से नाता टूट गया था। कोरोनकाल में बच्चों का जो नुकसान हुआ, उसकी पूर्ति के लिए मजदूर सेवा संगठन द्वारा मुहिम आरंभ की है। जिसके तहत निर्धन बस्तियों में कक्षाएं आरंभ की हैं, जो शाम पांच बजे से शुरू होती हैं। एक घण्टे के समय में बच्चों को अंक, संख्या, वर्ण शब्दों का ज्ञान कराया जाता है। आज 19वीं शाखा का उद्घाटन गोहद चौराहे पर कीरतपुरा में किया गया।
संगठन के ओपी दीक्षित ने बताया कोरोनाकाल में सबसे अधिक नुकसान गरीब बच्चों को हुआ है, क्योंकि उनके पास एंड्रोइड मोबाइल नहीं थे। शिक्षा पर सभी का अधिकार है, शिक्षा ही व्यक्ति के विकास में सहायक है। कोरोना अवधि में गरीब और असहाय वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित थे, इस वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे के उद्देश्य कोरोना की प्रथम लहर के समय विवेकानंद नीडम ग्वालियर के समीप रेलवे क्रॉसिंग पर आठ बच्चों से प्रारंभ हुई पाठशाला आज अपना वट वृक्ष का स्वरूप धारण कर चुकी है। इस समय ग्वालियर तथा शिवपुरी एवं भिण्ड जिले में इसकी कुल 19 शाखाएं हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में अधिसंख्य दिहाड़ी मजदूरों के परिवार रहते हैं। नजदीक ही एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय स्थित है। परंतु अधिगम का अंतराल इतना अधिक है कि दो साल में प्राथमिक शिक्षा में हुई क्षति की भरपाई करने में सामाजिक संगठनों की भूमिका अपेक्षित है। उद्देश्य की पूर्ति के लिए आज यह पाठशाला किरतपुरा के बच्चों के लिए खोली गई है। पाठशाला का समय शाम पांच से छह बजे तक रहेगा। उपयंत्री राहुल शर्मा इस शाला के स्थानीय संचालक रहेंगे। जगदीश प्रसाद अग्रवाल जो गोहद निवासी हैं वह स्थानीय स्तर पर इसकी भौतिक संसाधनों तथा अन्य व्यवस्थाओं के प्रभारी होंगे। आज पाठशाला के संरक्षक तथा डाइट से सेवानिवृत्त वरिष्ठ व्याख्याता ओपी दीक्षित, सेना से सेवानिवृत्त मेजर मनोज पांडे, पंकज चतुर्वेदी तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं पत्रकार बंधु उपस्थित थे। बच्चों को कॉपी पेन तथा को स्वल्पाहार भी वितरित किया गया।
गोहद के प्रबुद्ध वर्ग से अनुरोध है कि इस शैक्षणिक यात्रा में हमारे सहभागी बनें और बच्चों को राष्ट्र का उपयोगी नागरिक बनाने के लिए इस हवन यज्ञ में अपनी आहुतियां प्रदान करें। गोहद के पत्रकार बंधुओं से अनुरोध है कि लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने के लिए शिक्षा एक अपरिहार्य तत्व है इस तत्व को और अधिक दैदीप्यमान मनाने के लिए अपने प्रभावी एवं शिक्षण शैली से हमारे इस विचार को प्रचारित करने में मदद करें। इस मौके पर ओपी दीक्षित, राहुल शर्मा, जेपी अग्रवाल, संजीव निगोटिय उपस्थित थे।