भीषण सर्दी की चपेट में आया समूचा जिला, सोमवार को भिण्ड में चार डिग्री रहा तापमान

भिण्ड, 17 जनवरी। भिण्ड जिले में हुई ओलावृष्टि के बाद से जिले में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। शीत लहर के कारण समूचा जिला एक बार फिर भीषण सर्दी की चपेट में आ गया है। बुर्जुग हो या युवा सभी सर्दी से बेहाल है। कड़ाके की सर्दी के चलते लोग दिनभर गर्म कपड़े धारण कर घरों और दुकानों में आग का सहारा लेकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश में लगे रहे हैं। वहीं जिलेभर की नगर पालिका एवं नगर परिषदों द्वारा जगह-जगह सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाए गए हैं। सोमवार को भिण्ड जिले में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रहा।
इस समय अंचल में अत्यधिक सर्दी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अंचल में पड़ रही कड़ाके की सर्दी का सर्वाधिक असर बच्चों और बुर्जुगों पर पड़ रहा है। तो वहीं भीषण सर्दी के चलते पशु पक्षियों का भी बहुत बुरा हाल है। गौवंश इस कड़ाके की सर्दी में थरथर कांपते फिर रहे है। किन्तु इन बेजुबान गौवंश की सुध लेने बाला कोई नहीं है। अत्यधिक सर्दी से वह किसान सबसे ज्यादा परेशान है। जिन्हें रात्रि के समय खुले आसमान के नीचे रहकर फसलों की रखवाली करना पड़ रही है।

भीषण सर्दी से आए दिन मर रहे गाये एवं बछड़े

आलमपुर कस्बे में भीषण सर्दी के चलते कई आवारा गौवंश की मौत हो चुकी है। बीते सोमवार को भी आलमपुर कस्बे में कुछ स्थानों पर आवारा गाय बछड़े मृत अवस्था में पड़े मिले हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक इन बेजुवान गाय बछड़े के बचाव हेतु कोई प्रयास शुरू नहीं किए गए हैं। हमारे आलमपुर संवाददाता ने बताया कि आलमपुर कस्बे में सैकड़ों की तादाद में आवारा गाये बछड़े मौजूद है। जो बाजार और बस्ती के अंदर घूम फिर कर अपना पेट भरते हैं। लेकिन पिछले दिनों आलमपुर क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश और ओलावृष्टि के बाद जबरदस्त सर्दी पड़ रही है। जिससे आलमपुर कस्बे में आये दिन आवारा रूप से विचरण करने वाले गौवंश की मौत हो रही है। आलमपुर कस्बे में कई जगह गाये बछड़े मृत अवस्था में पड़े मिल रहे है।