कांग्रेस सरकार आते ही बघेल समाज को कमलनाथ के नेतृत्व में मिलेगा पूर्ण प्रतिनिधित्व
भिण्ड, 27 दिसम्बर। सरकार चाहे जिसकी भी हो पाल-बघेल समाज की पृष्ठभूमि प्रारंभ से ही संघर्षपूर्ण रही है, अंग्रेजी हुकूमत से लेकर भाजपा शासनकाल की सरकार तक अपने जायज अधिकारों के लिए पाल-बघेल समाज को सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करना ही पड़ता है, तब जाकर हमें अपने अधिकारों को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुई है।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव एवं पाल बघेल समाज के प्रदेशाध्यक्ष रामशेष बघेल ने बताया कि जिस प्रकार से सरकार ने निगम मण्डल एवं आयोग का सूची जारी किया गया है जिसको देखते हुए साफ जाहिर है कि शिवराज सरकार जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है, मंडल में मप्र की 30 लाख वाली आवादी वाले पाल-बघेल समाज के उपेक्षा की गई है। शिवराज सिंह की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार हमारे समाज को सिर्फ वोट बैंक समझने की भूल न करे।
बघेल ने कहा कि भाजपा की सरकार जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त होकर बघेल समाज को अनदेखा कर सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। 15 सालों से भाजपा ने बघेल समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा है, कांग्रेस की सरकार आते ही समाज के लोग विधायक, मंत्री और निगम मण्डलों में पूर्ण सम्मान के साथ प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे। अटेर कांग्रेस के युवा नेता बघेल ने कहा कि सरकार में बने हुए भाजपा में इस ना इंसाफ पर विधायक या मंत्रियों ने आवाज नही उठाया न ही कुछ कदम समाज के मंत्री और विधायक आवाज उठाएं, सरकार हमे हल्के में न ले पिछले चुनाव में हमने सरकार बदल दिया था, अगर हमें हमारा हक नहीं मिला तो 2023 के चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा। बघेल समाज के लोगो को खासकर युवाओं को सिर्फ झंडा उठाने के काबिल समझने वाले आने वाले चुनाव में अपनी दुर्दशा के लिए तैयार रहे।
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