ग्वालियर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियां जारी

– मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में 29 व 30 अगस्त को आयोजित होगी कॉन्क्लेव
– ग्वालियर क्षेत्र के पर्यटन में निवेश के मिलेंगे बडे अवसर
– कलेक्टर ने बैठक लेकर की कॉन्क्लेव की तैयारियों की समीक्षा

ग्वालियर, 25 अगस्त। ग्वालियर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित होने जा रही रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियां जारी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में निवेशकों से रूबरू होकर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं से अवगत करा कर सीधा संवाद भी करेंगे। प्रदेश में पर्यटन को बढावा देने एवं ग्वालियर-चंबल व सागर संभाग में पर्यटन निवेश को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 29 व 30 अगस्त को राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय परिसर में यह कॉन्क्लेव आयोजित होगी।
इस टूरिज्म कॉन्क्लेव में केन्द्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर एवं पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण भी शामिल होंगे। साथ ही प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति शिव शेखर शुक्ला राज्य शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहभागिता करेंगे।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर कॉन्क्लेव की सभी व्यवस्थायें जल्द से जल्द पूर्ण करने निर्देश दिए। यहां कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि व्यवस्थाओं को इस प्रकार से अंतिम रूप दें, जिससे कॉन्क्लेव में भाग लेने आ रहे पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर, होटल इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधिगण एवं निवेशकों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कॉन्क्लेव की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही जनप्रतिनिधिगणों सहित सभी प्रतिभागियों को समय से आमंत्रित करने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, अपर कलेक्टर कुमार सत्यम, एडीएम सीबी प्रसाद एवं टूरिज्म के क्षेत्रीय अधिकारी नितिन कटारे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
ग्वालियर के पर्यटन क्षेत्र में निवेश को मिलेगा नया आयाम
मप्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के बीच सहयोग और साझेदारी को बढावा देने के प्रयास रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में खासतौर पर होंगे। इससे ग्वालियर के पर्यटन क्षेत्र में निवेश को नया आयाम मिलेगा। ‘टाइमलेस ग्वालियर : इकोज ऑफ कल्चर, स्पिरिट ऑफ लेगेसी’ थीम पर केन्द्रित यह कॉन्क्लेव पर्यटन निवेश, सांस्कृतिक धरोहर, अनुभवात्मक पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
एमओयू एवं अनुबंध होंगे, पर्यटन प्रदर्शनी भी लगेगी
कॉन्क्लेव में होटल, रिसोर्ट, वेलनेस और ईको-टूरिज्म क्षेत्र के निवेशकों को लेटर ऑफ अवार्ड प्रदान किए जाएंगे। साथ ही एमओयू एवं अनुबंध भी होंगे। इन परियोजनाओं से स्थानीय समुदाय को पर्यटन आधारित रोजगार प्राप्त होगा और क्षेत्रीय पर्यटन को स्थायित्व के साथ बल मिलेगा। क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। कॉन्क्लेव में विशेष पर्यटन प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें मप्र के विविध पर्यटन स्थलों, पर्यटन इकाईयों, हॉस्पिटैलिटी ब्रांड्स, होम-स्टे, रिसॉर्ट्स, हैण्डलूम/ हैंडिक्राफ्ट, साहसिक गतिविधियां और सांस्कृतिक धरोहरों को समर्पित स्टॉल शामिल किए जाएंगे।
कॉन्क्लेव में ग्वालियर क्षेत्र पर केन्द्रित महत्वपूर्ण सत्र होंगे
रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में दो महत्वपूर्ण सत्र होंगे। पहला ‘टूरिज्म ऐज् अ कल्चरल ब्रिज-ब्रांडिंग ग्वालियर एंड हार्टलैंड ऑफ एमपी’ विषय पैनल डिस्कशन होगा, जिसमें ग्वालियर की सांस्कृतिक धरोहर, शास्त्रीय संगीत और स्थापत्य कला को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की रणनीतियों पर विचार होगा। दूसरा पैनल डिस्कशन ‘ग्वालियर एंड चंबल राइजिंग-इनबाउंड अपील थ्रू हेरिटेज, लग्जरी एंड एक्सपीरियंस’ विषय पर केन्द्रित होगा, जिसमें विरासत, लग्जरी स्टे, डेस्टिनेशन वेडिंग और अनुभवात्मक पर्यटन जैसे नए आयामों पर संवाद होगा।