– गांवों का संपर्क टूटा, अस्पताल का नवीन भवन भी डूब में
भिण्ड, 27 जुलाई। पिछले दिनों से हो रही लगातार बरसात ने लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है, नदी-नाले उफान पर होने से गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वहीं बिजली गायब होने से लोगों का जीवन कष्टदायी हो गया है। बेसली जलाशय खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, बेसली नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ का खतरा बढ गया है। प्रशासन ने सतर्कता दिखाते हुए बेसली जलाशय पर संकेतक बोर्ड लगाकर नदी व जलाशय के नजदीक न जाने की अपील की है। गोहद में भले ही 400 मिमी बरसात हुई हो, लेकिन पाना नदी एवं मुरार का पानी गोहद आने से स्थिति भीषण हो रही है।
नवीन अस्पताल भवन के तलघर में पानी भरा
गोहद की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए 30 बिस्तरी अस्पताल का उन्नयन कर 100 विस्तर के अस्पताल की स्वीकृति देकर इसके निर्माण के लिए कृषि उपज मण्डी के परिसर का चुनाव किया गया, जो बेसली जलाशय के समीप है और वो डूब प्रभावित क्षेत्र है। इसका प्रमाण सन 2024 में आई बाढ में मिल गया था, जिसमें निर्माण सामग्री बह गई थी और एक मंजिल भवन पानी मे डूब गया था, इसके बाद भी शासन प्रशासन के कान में जू तक नहीं रेंगी और प्रकृति ने एक बार फिर भविष्य के परिणाम की ओर इशारा किया है। इस बार बेसली नदी का पानी बाउण्ड्री में जगह बनाकर घुसा और तलघर को डुबो दिया। अब सवाल है कि गोहद नगर की जनता के जीवन से खेलने वाले कौन लोग हैं, जिन्होंने डूबग्रस्त स्थान को सिविल अस्पताल के भवन के लिए चयनित किया और जनप्रतिनिधि मुंह में गुड दबाए क्यों बैठे रहे।
झील तालाब सौंदर्यीकरण योजना की दीवार ढही
गोहद नगर में बेसली जलाशय पर झील तालाब सौंदर्यीकरण योजना के तहत निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें बेसली जलाशय के ओवरफ्लो हो जाने से डूब में आ गया है, सौंदर्यीकरण के तहत बाउण्ड्रीवाल पानी में समा गई है।
ओवरलोड वाहनों पर प्रतिबंध आवश्यक
बेसली जलाशय से होकर गुजरने वाली नदी के ऊपर पल से ओवरलोड बहनों के गुजरने से खतरे की आशंका है, इसलिए वाहनों पर प्रतिबंध आवश्यक है।
गांवों का संपर्क टूटा
पाना एवं मुरार नदी का पानी बेसली नदी में आने से गांवों का संपर्क टूट गया है। आलोरी, ऐंचाया, झावलपुरा, कठुवाहाजी, जियाजीपुर के आस-पास पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। हठीले हनुमान मन्दिर के पास स्थित पुल पर पानी आने से एवं गोहद धमसा मार्ग डूबने से एक दर्जन से अधिक गांव का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।