स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामनाथ सोनी की पुण्यतिथि पर किए श्रद्धासुमन अर्पित

भिण्ड, 05 जुलाई। आजादी के संग्राम के अपराजित योद्धा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामनाथ सोनी की 31वी पुण्यतिथि के अवसर पर फूप कस्बे में थाने के सामने उनके निज निवास स्वतंत्रता सेनानी भवन पर उनके पुत्र अशोक सोनी निडर के साथ सेनानी परिजनों एवं इष्ट मित्रों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस मौके पर राष्ट्रीय शहीद मेला मिशन-अमर शहीद अमर जवान, राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवासी संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष/ प्रवक्ता एवं विधिक सलाहकार अशोक सोनी निडर ने अपने पिताजी द्वारा राष्ट्र हित में दिए गए योगदान और जीवन परिचय का काव्य रूप में उल्लेख किया। जिसकी बानगी देखिए- रामनाथ जी पिता के प्यारे, मां की आंख के तारे थे। कुल का नाम किया था रोशन, ऐसे पिता हमारे थे।। लखना जिला इटावा यूपी में इस विभूति ने जन्म लिया। माता कौशल्या देवी ने दूध पिलाकर बडा किया।। पिता गयादीन से देशभक्ति का पाठ पढा। देशभक्ति के जज्बे से फिर एक नया इतिहास गढा।। क्रांति दूत बन बिगुल बजाया गली गली हर ग्राम में। राष्ट्र प्रेम में मतबाले हो कूद पडे संग्राम में।। रामलडैती ने सहधर्मिणी बन पत्नी धर्म निभाया था। साथ दिया हर कदम पति का, देश का मान बढाया था।। नहीं भुला पाएंगे उनको ना उनकी कुर्बानी को। बच्चा बच्चा दोहराएगा, उनकी अमर कहानी को।। मां भारती के लाल जीवित हैं, सदा जीवित रहेंगे। है मेरा सौभाग्य उनका, लाल सब हमको कहेंगे।। उस महा मानव की खातिर है नमन वंदन हमारा। उनकी पदरज ही सदा है तीर्थ का चंदन हमारा।। आज उनकी वीरता को, देश करता है नमन। उनकी पुण्यतिथि पर समर्पित, हैं मेरे श्रद्धा सुमन।।