फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन दिलाने वाली गैंग के मास्टर माइंड सहित सात सदस्य गिरफ्तार

– पकडे गए आरोपियों से एक एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का डीएसए है, मैनेजर फरार

ग्वालियर, 27 मई। क्राइम ब्रांच ग्वालियर की साइबर टीम ने हाउसिंग फाइनेंस से फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन दिलाने वाली गैंग के मास्टर माइंड व बैंक डीएसए सहित सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिनमें एक आरोपी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का डीएसए है। उक्त प्रकरण में वांछित एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड का मैनेजर फरार हैं, जिसकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। फरार मैनेजर के गिरफ्तार होने पर एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड के अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी सामने आ सकती हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह को संजीव शर्मा ने एक शिकायती आवेदन दिया था, जिसमें लेख किया गया था कि उसके दस्तावेजों को कूटरचना करके बिना उनकी जानकारी के किसी अज्ञात व्यक्ति को एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से लोन दिलाया गया है। जब वह बैंक में लोन लेने के लिए गया तब मुझे बैंक से बताया गया कि आपके नाम पर पहले से ही एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से होम लोन चल रहा है, जबकि मेरे द्वारा एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से कोई होम लोन नहीं लिया गया। एसएसपी ने सायबर क्राइम करने वाले अपराधियों पर कार्रवाई करने हेतु एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी एवं डीएसपी अपराध नागेन्द्र सिंह सिकरवार को क्राइम ब्रांच की सायबर क्राइम टीम को फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन दिलाने वाले आरोपियों पर कार्रवाई हेतु निर्देशित किया।
थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच अमित शर्मा व सायबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह को उक्त प्रकरण में वांछित आरोपियों को चिन्हित करने हेतु निर्देशित किया। आवेदन की जांच उपरांत आवेदक की शिकायत पर से थाना क्राइम ब्रांच ग्वालियर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौरान विवेचना पाया गया कि पकड़े गए आरोपियों द्वारा फरियादी के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर किसी अन्य व्यक्ति को लोन दिलाया गया गया है, जांच में ज्ञात हुआ कि कुछ लोगों की गैंग है जिसमें एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं, जो पैसे लेकर ऐसे लोगों को लोन दिलाने का कार्य करते हैं, जिनका सिविल स्कोर खराब होता है और उन्हें लोन की आवश्यकता है ऐसे लोगों से डील करके फर्जी दस्तावेज तैयार कर एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के स्टाफ के साथ सांठ-गांठ कर लोन दिलाने का कार्य किया जाता है, जिसमें फर्जी लोन दिलाने वाले गैंग के 7 सदस्यों को ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया। जिनमें से एक एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का डीएसए है। पकडे गए आरोपियों में निवासी आदर्श कॉलोनी गोले का मन्दिर ग्वालियर (हाउसिंग फाइनेंस का डीएसए), ग्राम व पोस्ट हथका थाना सिवली जिला कानपुर देहात उप्र, हाल मकान नं.110 लाइन नं.1 विरला नगर हजीरा ग्वालियर (अन्य व्यक्ति बनकर लोन लेता था), गोरमी जिला भिण्ड हाल न्यू कॉलोनी नं.2 वार्ड नं.17 मकान नं.38 पाताली हनुमान बिरला नगर ग्वालियर (फर्जी प्रॉपर्टी के लिऐ फर्जी विक्रेता उपलब्ध कराता था), नीम वाली गली उदयगिरी अपार्टमेंट के पास लक्कडखाना लश्कर ग्वालियर, हाल बी-3 सरदार मल्टी सिकंदर कम्पू जिला ग्वालियर (मास्टर माइंड), ब्रजबिहार कॉलोनी रामकुई अखाडा नई सडक लश्कर ग्वालियर (फर्जी विक्रेता बनकर खाते खुलवाए व रजिस्ट्री कराई), पीएम आवास योजना सरकारी मल्टी सागरताल रोड दाने बाबा मन्दिर के पास बहोडापुर ग्वालियर (फर्जी दस्तावेज तैयार करता था), ग्राम नरसिंहगढ थाना पावइ तहसील अटेर भिण्ड, हाल निवासी राजेन्द्र प्रसाद कॉलोनी तानसेन रोड पडाव ग्वालियर (फर्जी दस्तावेज तैयार करता था) के रहने वाले हैं।
पकडे गए आरोपियों में सरगना ने बताया कि वह पहले मैग्मा फाइनेंस सर्विस में लोन एजेंट के रूप में कार्य करता था, जहां पर वह लोन कराने वाले व्यक्तियों के दस्तावेज कलेक्ट करता था उन्ही प्राप्त किए गए दस्तावेजों की कूटरचना अपने साथियों के साथ मिलकर करता था, बाद में एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड के डीएसए व मैनेजर के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज बनाकर फर्जी व्यक्तियों को उपस्थित करके लोन कराता था। लोन कराते समय जिस प्रापर्टी व अन्य वैरीफिकेशन किया जाता हैं, वह भी एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेडके कर्मचारियों की मिली भगत से फर्जी रहता था व प्रापर्टी की फर्जी रूप से रजिस्ट्री कराकर उस प्रापर्टी का मार्डगेज कराकर लोन पास करा लिया जाता था। बाद कुछ राशि लोन जिसके नाम पर था उस व्यक्ति को देते थे, बांकी की राशि सरगना द्वारा डीएसए एजेंट व एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड मैनेजर व फ्रॉड में शामिल अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर बांट ली जाती थी। एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड का मैनेजर फरार है, आरोपी के गिरफ्तार होने पर एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड के अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी सामने आ सकती हैं। पकडे गए आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में विभिन्न संस्थानों की सील, फर्जी दस्तावेज, एक लैपटाप, स्कैनर, प्रिंटर आदि सामाग्री जब्त की गई हैं। अभी तक 4 लोन जिनकी राशि 86 लाख रुपए हैं सामने आए हैं। जिसे पकडे गए आरोपी व एलआईसी हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड के मैनेजर द्वारा फर्जी रूप से, फर्जी व्यक्तियों के नाम पर जारी कराया गया हैं। विवेचना के दौरान अन्य लोन की जानकारी प्राप्त होने की संभावना हैं जो फर्जी रूप से जारी किए गए हैं।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक अमित शर्मा, निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह एवं रामबिहारी शर्मा, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र शर्मा, हरेन्द्र सिंह राजपूत, रवि लोधी, कीर्ति अजमेरिया, प्रधान आरक्षक सतेन्द्र सिंह कुशवाह, सुरेन्द्र सिंह तोमर, हरेन्द्र सिंह गुर्जर, दिनेश सिंह, आरक्षक शिवशंकर शर्मा, सुमित सिंह भदौरिया, गौरव भदौरिया, ओमशंकर सोनी, श्यामू मिश्रा, अनुराग यादव, नवीन पाराशर, हरीओम व्यास, सुनीता कुशवाहा, मेघा श्रीवास्तव, ज्योति धाकड, वर्षा यादव, साधना मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।