बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु रौन में जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

– बाल विवाह रोकने हेतु दिलाई गई शपथ

भिण्ड, 29 अप्रैल। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी के निर्देशन में बाल भिक्षावृत्ति अभियान विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार प्रसार जागरूकता के माध्यम से बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु गठित सर्वे दल द्वारा सर्वप्रथम रौन में पहुंचकर जन जागरूकता का कार्य किया गया। रौन महिला बाल विकास विभाग के प्रभारी-परियोजना अधिकारी रजनी शर्मा, पर्यवेक्षक एवं अन्य स्टाफ और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु जागरूकता रैली निकाली गई।
महिला एवं बाल विकास विभाग जिला भिण्ड में पदस्थ सामाजिक कार्यकर्ता संजय मिश्रा ने बताया कि कार्यकर्ताओं को अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें बताया कि बाल भिक्षावृत्ति समूचे समाज पर एक कलंक है और यह अत्यंत ही गलत कार्य है। किशोर न्याय अधिनियम की धारा 76 में यह अपराध घोषित किया गया है तथा कोई भी अगर बालक को बाल भिक्षावृत्ति के उद्देश्य से नियोजित करता है तो उसे 5 साल की सजा का प्रावधान है।
इसके पश्चात वहां पर जागरूकता रैली निकाली गई। जिसमें भिक्षावृत्ति अभिशाप है भिक्षा नहीं शिक्षा के नारे लगाए गए एवं बाल विवाह पर विस्तृत चर्चा कर बताया गया कि विवाह बच्चों का खेल नहीं है, बल्कि यह सामाजिक विकास का एक हिस्सा है। विवाह के लिए किशोर- किशोरियों का शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत होना बहुत जरूरी होता है। बाल विवाह सिर्फ एक बुराई ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक अपराध है। इसे मिटाना हम सभी की जिम्मेदारी है। बाल विवाह रोकने हेतु की शपथ दिलाई गई। महिला बाल विकास विभाग रौन परियोजना से जीतेन्द्र राजावत, दीपक, मुकेश कुमार एवं पर्यवेक्षक रिकीं राजावत एवं समस्त आंगनबाडी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।