– पर्यावरण जन जागरुकता अभियान
दतिया, 29 अप्रैल। विद्या भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा आयोजित पर्यावरण जन जागरुकता अभियान की प्रांतीय ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रांत प्रभारी प्रहलाद सिंह घुरैया ने कहा कि ग्रीष्मकालीन समय में आपने पर्यावरण संरक्षण अभियान की ऑनलाइन बैठक रखी है इसके लिए आप सभी पर्यावरण मित्रों को बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं। गर्मी में खूब पानी पिएं। पशुओं और पक्षियों को दाना पानी डालकर अच्छी आदत विकसित करना चाहिए। ताकि आने वाली पीढी में यह संस्कार आसानी से पहुंच सकें। सभी विद्यालयों में पौधारोपण अभियान चलाया जाए। इसमें हमारा विद्यालय परिवार सहभागी बनें। पौधारोपण कर उसकी उचित देखभाल करना बहुत आवश्यक है। इस प्रकार की अच्छी आदत भैया बहिनों में विकसित करना चाहिए।
प्रांत पर्यावरण संयोजक राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने अपने उदबोधन में कहा कि पर्यावरण जन जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जोडना बहुत जरूरी है। क्यों कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी सामाजिक जिम्मेदारी है। विद्यालयों में तीन प पर चर्चा करना चाहिए। पहला प यानि पौधारोपण कर नर्सरी तैयार करना और विद्यालय परिसर, मन्दिर, खेत की मेंड पर या सडक किनारे पौधारोपण कर उनकी उचित देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी जाए। दूसरा प यानि पानी बचाना। जल संरक्षण अभियान चलाया जाए। जल है तो जग है। बारिश के पानी का पर्याप्त संग्रह कर उसका उचित उपयोग करना चाहिए। तीसरा प यानि पन्नी मुक्त ग्राम बनाएं। छात्रों को समझना चाहिए कि पॉलिथिन पर्यावरण के लिए बहुत नुकसानदायक है। इसका कम से कम उपयोग करना चाहिए। हमारा विद्यालय, घर, मन्दिर नगर और गांव पॉलिथिन मुक्त बनें।
कच्छ से उमेश कुमार ने पर्यावरण संरक्षण औषधीय पौधों के प्रयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सभी ने आगामी योजना, कार्यक्रम और गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा कर योजना बनाई। इस आभासी (ऑनलाइन) बैठक में प्रांतीय पदाधिकारी जिला संयोजक और पर्यावरण मित्रों की सहभागिता रही।