खेल प्रतियोगिता के महाकुंभ में घोडा-घोडी की नाच और कदम चाल स्पर्धा आयोजित

भिण्ड, 27 अप्रैल। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में चल रहे खेल प्रतियोगिता के महाकुंभ में डॉक्टर हनुमान के भजनों पर घोड़े और घोडी जमकर नाचे। रविवार को खेल प्रतियोगिता के महाकुंभ में घोडा-घोडी नाच प्रतियोगिता और कदम चाल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
प्रतियोगिता में जालौन, मुरैना, फर्रुखाबाद, शमशाबाद, मेहगांव, अजनौधा और राजस्थान के अलवर से कई लोग अपने-अपने घोडा और घोडी लेकर पहुंचे। प्रतियोगिता का शुभारंभ महंत महामंडलेश्वर रामदास महाराज ने भगवान राम और डॉक्टर हनुमान के पूजन के साथ किया। डांस प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबला लाखन सिंह अटरा मोती घोडा और रमेश सिंह पटेल अलवर काली घोडी के बीच हुआ।
प्रतियोगिता में जैसे ही डॉक्टर हनुमान के भजन बजे तो घोडों और घोडी ने नाचना शुरू कर दिया। 25 मिनट तक चली डांस प्रतियोगिता के अंत में बेहतर डांस के लिए लाखन सिंह अटरा का मोती घोडा को विजेता घोषित किया गया। जिसमें 1008 महामंडलेश्वर महंत रामदास महाराज द्वारा विजेता को स्मृति चिन्ह एवं 11 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया और उपविजेता में रमेश सिंह पटेल अलवर की काली घोडी को 5100 का पुरस्कार दिया गया।। इसी क्रम में रमेश सिंह पटेल अलवर के ऊंट को 21 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया।
महाकुंभ में घोडा कदम चाल प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला शमशाबाद के करू यादव पीला घोडा और फर्रुखाबाद के रामजीलाल मिश्रा राजा घोडा के बीच हुआ। प्रतियोगिता में दोनों घोडा की चाल के साथ चलने के दौरान घोडा के दौनों पैर बारी-बारी से जमीन पर तीन या दो पैर रखने के तरीकों को निर्णायक समिति ने देखा। इस अवसर पर घोडा ने अपनी बाजीगरी भी दिखाई। प्रतियोगिता के अंत में शमशाबाद के करु यादव का पीला घोडा विजेता और फर्रुखाबाद के रामजी लाल का राजा घोडा को उपविजेता घोषित किया गया। महंत रामदास जी महाराज ने पीला घोडे को 11 हजार रुपए का प्रथम पुरस्कार एवं राजा घोडा को 5100 का द्वितीय पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर रामबरन पुजारी, अशोक दीक्षित ,जलज त्रिपाठी, प्रमोद चौधरी, कुंवरराज सिंह, सरपंच दर्शन सिंह गुर्जर, बलवीर सिंह गुर्जर, भागीरथ सिंह गुर्जर, शिवाजी पटेल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।