-भारत विकास परिषद शाखा भिण्ड द्वारा बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की जयंती पर संगोष्ठी आयोजित
भिण्ड, 15 अप्रैल। भारत विकास परिषद शाखा भिण्ड द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर प्रारंभ में अंबेडकर मार्केट स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण एवं पुष्पांजलि अर्पित की। परिषद द्वारा हाउसिंग कॉलोनी स्थित कोचिंग सेंटर में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. हिमांशु बंसल एवं शाखा अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, कमलेश सैंथिया, ओमप्रकाश अग्रवाल, रश्मि खटीक, रेखा भदौरिया एवं नितिन दीक्षित उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता डॉ. बंसल ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर एक बहुआयामी व्यक्तित्व एवं राष्ट्र नेता थे। बाबा साहब महान विद्वान, अर्थ शास्त्री, शोधकर्ता चिंतक, पत्रकार, शिक्षा विद, दलित उद्धारक एवं राष्ट्र नेता थे। महापुरुषों के जीवन चरित्र का अध्ययन, चिंतन, लेखन और श्रवण गुणगान करने के लिए नहीं, बल्कि हम सबका उद्देश्य महापुरुषों के जीवन से व्यावहारिक मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए उनके जैसा बनने का होना चाहिए। ओमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचा सकता है। बाबा साहब ने विषम परिस्थितियों में रहकर भी संघर्षों से निकल करके अपना एक मुकाम हासिल किया है।
रश्मि खटीक ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मप्र के महू में हुआ था। वह वकील होने के साथ-साथ अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और महान समाज सुधारक भी थे। डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान का वास्तुकार भी माना जाता है। वह भारत के संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय पर आधारित संविधान की नींव रखी। उनकी जयंती के मौके पर आप उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता हैं। आभार प्रदर्शन रेखा भदौरिया ने किया।