ज्ञान परीक्षा का प्रमाण पत्र वितरण एवं सम्मान समारोह आयोजित

-पांच कुण्डीय महायज्ञ, जीवन से जुडे सभी संस्कार व हिन्दू नववर्ष चैत्र शाके

भिण्ड, 07 अप्रैल। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा वर्ष 2024-25 का प्रमाण पत्र वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन गायत्री मन्दिर प्रज्ञापीठ कुम्हरौआ में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गायत्री परिवार के जिला संयोजक सतेन्द्र सिंह राजावत ने की। मुख्य अतिथि डीपी शर्मा पूर्व प्राचार्य एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जुगलकिशोर दीक्षित एडवोकेट, श्रीनिवास शर्मा वरिष्ठ कार्यकर्ता गायत्री परिवार, श्यामकिशोर भारद्वाज बीईओ, गोहद एवं महिमा चौहान समाज सेविका उपस्थित रहे। गायत्री परिवार के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी बच्चू सिंह नरवरिया एवं भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक देवेन्द्र सिंह कुशवाह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर परीक्षा में सम्मिलित प्रत्येक विद्यालय व महाविद्यालय से चयनित प्रथम स्थान प्राप्त छात्र छात्राओं को प्रावीण्य प्रमाण पत्र एवं गायत्री परिवार का साहित्य पट्टिका तथा सहयोगी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, गायत्री माता, गुरुदेव एवं गुरुमाता का प्राण प्रतिष्ठा चित्र, गायत्री मंत्र पट्टिका भेंट कर सम्मानित किया गया। भगवान श्रीराम जन्मोत्सव एवं रामनवमी के उपलक्ष्य में मन्दिर परिसर में पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ दीक्षा संस्कार जन्मदिन संस्कार विद्या आरम्भ संस्कार एवं पुंसवन संस्कार इत आदि सभी संस्कारों को बच्चू सिंह, मनोज गुप्ता, सरोज दीक्षित एवं हरगोविंद सिंह गोरमी द्वारा संपन्न कराए गए। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता धीरज सिंह गुर्जर ने किया।
कार्यक्रम में सत्यनारायण सिंह कुशवाह, शैलेन्द्र ओझा, दिलीप सिंह कुशवाह, सुनील ओझा, आदेश जैन, शैलेष शर्मा, नारायण शर्मा, बृजेश सिंह भदौरिया, मदन मिश्रा, विजयकांत पाठक, रामकिशोर शर्मा, कमलेश गुप्ता, शौर्यप्रताप सिंह बैस, अमर बहादुर सिंह भदौरिया, प्रतिभा सिकरवार बेबी, चन्द्रकांता भदौरिया, सतेन्द्र सिंह सिकरवार, रविन्द्र सिंह भदौरिया, सुरेन्द्र सिंह चौहान, अपरा राजावत, भानूसिंह भदौरिया, जिला समन्वयक एवं मीडिया प्रभारी गायत्री परिवार भिण्ड सत्यम सोनी एवं अन्य गायत्री परिजन रहे। यह कार्यक्रम रामप्रकाश गुप्ता वरिष्ठ कार्यकर्ता गायत्री परिवार की देख रेख में संपन्न हुआ। अंत में सभी ने भोजन प्रसादी ग्रहण की।