जेल में बंद भाइयों को लगाया तिलक, भावुक हुए कैदी
ग्वालियर, 16 मार्च। ग्वालियर सेंट्रल जेल में होली की भाईदूज का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। जेल के बाहर सुबह से ही बहनों का मेला लग गया। करीब सात हजार बहनें बंदी भाइयों को तिलक लगाने पहुंची। जेल प्रशासन ने इस अवसर पर विशेष व्यवस्था की थी। जेल में निरूद्ध लगभग 2700 बंदियों से उनकी लगभग सात हजार माता-बहनें एवं उनके लगभग 1500 छोटे बच्चों ने मुलाकात की।
केन्द्रीय जेल अधीक्षक ने बताया कि केन्द्रीय जेल ग्वालियर में परिरूद्ध बंदियों की माता-बहनों ने शांतिपूर्वक सुरक्षा के साथ भाईदूज पर मुलाकात की। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के सहयोग से भाईदूज के अवसर पर बड़ी संख्या में बहनों ने पहुंचकर भाईयों से मुलाकात की।
सुबह से ही जेल के बाहर काउंटर लगाए गए। वैरीफिकेशन के बाद बहनों को भाइयों से मिलने की अनुमति दी गई। बहनों ने परंपरागत रूप से रंग, गुलाल, रोली, चावल और चंदन से भाइयों को तिलक लगाया। अपने हाथों से मिठाई खिलाई और उनकी लंबी उम्र की कामना की। संगीन मामलों में बंद कैदियों से मिलने का यह खास मौका था। कई भाई-बहन भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू छलक पडे। तिगरा सोजना गांव से आई देवकी ने बताया कि वह एक घंटे तक अपने भाई से मिली। उसने भाई को मंगल तिलक लगाया। नगमा नाम की एक महिला जेल में बंद बहनोई से मिलने आई थी। उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन ने बहुत अच्छी व्यवस्था की थी। मुलाकात के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।