तकनीकी दौर में साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता महत्वपूर्ण: आईजी सक्सेना

‘सेफ क्लिक’ अभियान के तहत आयोजित हैकथॉन प्रतियोगिता के जरिए छात्रों ने साइबर अपराधों से बचने के लिए प्रस्तुत किए अपने मॉडल
कंट्रोल रूम सभागार में आयोजित हैकथॉन में 24 टीमें ने भाग लेकर अपने-अपने साइबर सुरक्षा संबंधी प्रोजेक्ट का किया प्रदर्शन
ग्वालियर पुलिस द्वारा जागरुकता अभियानके दौरान सार्वजनिक स्थानों पर साइबर सुरक्षा पर क्विज/ कविता पाठ एवं स्लोगन प्रतियोगिता एवं कार्यशालाएं आयोजित कर विजेताओं को वितरित किए प्रमाण पत्र

ग्वालियर, 11 फरवरी। पुलिस महानिदेशक मप्र के निर्देश पर मप्र पुलिस द्वारा 11 दिवसीय सायबर सुरक्षा जागरुकता अभियान ‘सेफ क्लिक’ आयोजित किया जा रहा है। जिसके तहत पुलिस कंट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में हैकथॉन प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें शहर के विभिन्न कॉलेज के बीटेक और एमटेक के स्टूडेंट की 24 टीमों ने भाग लिया। हैकथॉन प्रतियोगिता का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन अरविन्द कुमार सक्सेना ने किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह, एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी, सहायक पुलिस अधीक्षक जेंडेन लिंगजर्पा एवं साइबर सेल से अधिकारी तथा विभिन्न कॉलेज के एक सैकडा स्टूडेंट उपस्थित रहे। इसके अलावा आज जिले के थाना क्षेत्रों में स्थित स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान तथा सार्वजनिक स्थानों परसाइबर सुरक्षा पर क्विज/ कविता पाठ तथा स्लोगन प्रतियोगिता एवं साइबर जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पुलिस कंट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में आयोजन हैकथॉन प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन ने कहा कि कॉलेज के स्टूडेंट एवं पुलिस विभाग के परस्पर सहयोग से न केवल साइबर अपराध रोकने बल्कि विभिन्न समस्याओं के हल ढूंढने में सहायता मिल सकती है। जनसामान्य को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरुक करना एक पहलू है ताकि वह किसी भी धोखाधडी के शिकार न हो सकें। तकनीकी दौर में साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा निरंतर साइबर अपराध जैसी समस्या से निपटने का हल ढूंढने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन फ्रॉड और डिजीटल अरेस्ट जैसे साइबर अपराध को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे और लोगों को भी साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।
हैकथॉन प्रतियोगिता के शुभारंभ पश्चात कॉलेज के स्टूडेंट के 24 ग्रुप बनाकर ग्वालियर पुलिस द्वारा दिए गए अलग-अलग विषय पर तैयार किए गए प्रोजेक्ट को आईजी एवं पुलिस अधीक्षक ग्वालियर की उपस्थित में साइबर एक्सपर्ट के समक्ष लाइव प्रदर्शन के माध्यम से प्रस्तुत किए गए। हैकथॉन प्रतियोगिता के अवसर पर पुलिस की मुख्य चुनौतियों का समाधान करने के लिए अपने कोडिंग और समस्या-समाधान कौशल का उपयोग करने के लिए कॉलेज स्टूडेंट को आमंत्रित कियागया था, जिन्हे अपना प्रोजेक्ट लाइव प्रस्तुत करने के लिए 15-15 मिनिट का समय दिया गया, स्टूडेंट के द्वारा अपने-अपने ग्रुप में अपने प्रोजेक्ट के प्रजेंटेशन दिए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसे डिजिटल उपकरण या टूल्स विकसित करना है जो पुलिस की कार्य कुशलता को बढाएं और अपराध का पता लगाने में सहायता करें। स्टूडेंट द्वारा तैयार किए गए हैकथॉन प्रतियोगिता के तीन अच्छे प्रोजेक्ट को स्टेट लेवल पर प्रस्तुत किया जाएगा।
हैकथॉन प्रतियोगिता उपरांत एक्सपर्ट द्वारा छह ग्रुपों का चयन किया गया। प्रथम स्थान प्राप्त ग्रुप में डिवगर्सएमिटी यूनिवर्सिटी श्रेयष चतुर्वेदी, जतिन, हार्दिक पाठक, सौरभ कुशवाह, द्वितीय स्थान-1 पर वगवस्टर ग्रुप एमिटी यूनिवर्सिटी विवेक उपाध्याय, उर्वेश शेखावत, उपेन्द्र सिंह भदौरिया, तृतीय स्थान-2 पर आईटीमेंस ग्रुप के आईटीएम कॉलेज के आयुष अग्रवाल, अयुष ओझा, संतोष झा (आईपीएस कॉलेज), आशुतोष अग्रवाल, तृतीय स्थान-1 पर टीम व्लून एमिटी यूनिवर्सिटी आदर्श सिंह, परिक्षित सिंह, राघव, तृतीय स्थान-2 पर सत्यनेत्रा टीम आईटीएम यूनिवर्सिटी के रक्षिता हारने, वंशिका पुरोहित, अनुष्का अग्रवाल, राधिका अग्रवाल, सत्येन्द्र एवं तृतीय स्थान-3 पर हैक फॉर गुड टीम एमिटी यूनिवर्सिटी के कृताजंली चंदले, कृष्णा चौहान, उत्कर्ष त्रिपाठी रहे। हैकथॉन प्रतियोगिता के अवसर पर साइबर एक्सपर्ट डॉ. कुलभूषण सिंह यादव (एडवोकेट एमपी हाईकोर्ट), उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र शर्मा, हरेन्द्र सिंह राजपूत तथा अन्य पुलिस अधिकारी व कॉलेज के स्टूडेंट उपस्थित रहे।
सायबर सुरक्षा जागरुकता अभियान ‘सेफ क्लिक’ के तहत थाना डबरा टेकनपुर में बीएसएफ एकेडमी कैंपस के ऑडिटोरियम हॉल में बीएसएफ के जवान एवं उपनिरीक्षक के बैच को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ग्वालियर निरंजन शर्मा एवं एसडीओपी डबरा विवेक कुमार शर्मा तथा साइबर एक्सपर्ट उप निरीक्षक हरेंद्र राजपूत द्वारा साइबर अपराधों के संबंध में जानकारी देकर जागरुक किया गया। इस अवसर पर बीएसएफ की ओर से कमांडेंट प्रदीप त्रिपाठी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने बीएसएफ के जवानों व अधिकारियों से संवाद करते हुए इंटरनेट का उपयोग सावधानीपूर्वक किए जाने, अनजान लिंक पर क्लिक न करें, अपना पासवर्ड, ओटीपी, आधार नंबर किसी के साथ शेयर न करने के संबंध में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक किया गया और इस अवसर पर साइबर एक्सपर्ट द्वारा डिजीटल अरेस्ट के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कानून में डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नही है और न ही कानूनन किसी से व्हाट्सएप या फोन के माध्यम से पुलिस कोई पूछताछ करती है, यह सब धोखाधडी और सायबर अपराध होता है।
साइबर जागरुकता अभियान के दसवें दिन ग्वालियर पुलिस द्वारा क्विज/ कविता पाठ एवं स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित कर आमजन से संवाद किया जाकर उन्हें साइबर अपराधों के प्रति जागरुक किया गया और छात्र-छात्राओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिले के समस्त थाना क्षेत्रों में स्कूल/ कॉलेज व कोचिंग संस्थान एवं सार्वजनिक स्थानों पर जागरुकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित कर आमजन, महिलाओं तथा बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि का सुरक्षित उपयोग करने के तरीके बताए गए और साइबर क्राइम से बचाव हेतु आवश्यक सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए उपस्थित लोगों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी न देने की समझाइश दी गई तथा उन्हें बताया गया कि साइबर अपराध होने पर तत्काल साइबर क्राइम हेल्प लाइन नं.1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।