बेटी को अधिकार दो, बेटे जैसा प्यार दो : व्यास

चाइल्ड लाइन ने किया खुला मंच का आयोजन

भिण्ड, 28 अक्टूबर। चाइल्ड लाइन के संचालक शिवभान सिंह राठौर के मार्गदर्शन में ग्राम धरई में गुरुवार को चाइल्ड लाइन टीम द्वारा बच्चों के साथ ओपन हाउस कार्यक्रम किया गया। जिसमें 40 बच्चों एवं ग्रामवासियों ने सहभागिता की।
टीम मेंबर अजब सिहं कुशवाह ने बच्चों को बताया कि बच्चे देश का भविष्य है, यदि बच्चे अपने अधिकारों से वंचित रहेंगे तो हमारा देश एवं राष्ट्र मजबूत नहीं होगा। बच्चों को बताया गया कि बच्चों को घर से नाराज होकर नहीं जाना चाहिए, बच्चों को चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नं.1098 की जानकारी देते हुए कहा कि यह सेवा मुंबई से शुरू होकर आज पूरे देश में संचालित है और यह एक टोल फ्री नंबर है, अगर कोई बच्चा गुम हो जाए या आपको काई खोया हुआ बालक मिलता है या बाल श्रमिक बच्चों को मुक्त करवाने के लिए एवं मेडीकल सुविधा दिलाने, शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए बच्चों के माता-पिता व नागरिक तथा बच्चें चाइल्ड लाइन 1098 कॉल करके मदद मांग सकते हैं। यदि कोई बालिका को कोई रास्ते में परेशान करता है तो भी आप 1098 पर कॉल करके चाइल्ड लाइन से मदद ले सकते चाइल्ड लाइन टीम मेंबर अनमोल चतुर्वेदी द्वारा बच्चों को चाइल्ड लाइन 1098 नि:शुल्क सेवा से अवगत कराया और बच्चों को कहानी के माध्यम से बताया कि यह सेवा सबसे पहले मुंबई में शुरू हुई और आज पूरे देश में संचालित है। निराश्रित बच्चों के लिए जिले में छह से 14 वर्ष के लिए बालगृह और शून्य से छह वर्ष के लिए शिशुगृह संचालित हैं। बच्चों की चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉलिग करवाकर बच्चों की झिझक दूर की गई।
उपेन्द्र व्यास ने बताया कि चाइल्ड लाइन गुमशुदा बच्चों की किस तरह से मदद करती है, बच्चे अपने माता पिता से बिछड़ गए हों, वे बच्चे या संबंधित वयस्क कोई भी 1098 पर कॉल करके मदद की मांग कर सकता है। चाइल्ड लाइन टीम बच्चों को मदद को हाजिर होगी। टीम सदस्य आकाश ने बताया कि बच्चों को बाल श्रमिक में लिप्त बच्चों को मुक्त करवाने के लिए एवं मेडीकल सुविधा दिलाने, शिक्षा से बंचित बच्चों, बाल व्यापार की स्थिति में, घर से भागे हुए बच्चे, बाल विवाह की परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करके सूचित कर सकता है। चाइल्डलाइन टीम से अन्नू तोमर, अनमोल चतुर्वेदी और अंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती बबली यादव और सहायका किरन देवी ने कार्यक्रम मेें सराहनीय सहयोग दिया।