-एसडीएम लहार एवं तहसीलदार ने किया स्कूलों का निरीक्षण
भिण्ड, 29 अगस्त। एसडीएम लहार विजय सिंह यादव एवं नायब तहसीलदार जगन कुशवाहा द्वारा ई-केवाईसी की प्रगति के संदर्भ में क्षेत्र का भ्रमण किया गया। जिसमें एसडीएम ग्राम बरुआ, रामपुरा एवं परैछा पहुंचे, जहां पंचायत केन्द्रों एवं स्कूलों का निरीक्षण किया। शा. हाईस्कूल बरुआ में प्राचार्य एवं शिक्षक अनुपस्थित मिले। उधर रामपुरा के स्कूल में दबंगों ने कब्जा कर रखा था।
एसडीएम लहार विजय सिंह यादव द्वारा शा. हाईस्कूल बरुआ का निरीक्षण किया गया, जहां स्कूल में पदस्थ तीन शिक्षकों में से दो शिक्षक जिनमें प्राचार्य अविनाश सिंह राजावत विगत दो दिनों से, चंद्रप्रकाश गुप्ता भी पिछले दो दिवसों से एवं भृत्य हरदयाल कुशवाहा 16 अगस्त से बिना सूचना के अनुपस्थित पाए गए। कुल दर्ज 38 विद्यार्थियों में से तीन विद्याथी उपस्थित पाए गए। कक्षा सातवीं का बच्चा सामान्य सा गणित का सवाल हल नहीं कर पाया। इसके बाद एसडीएम लहार रामपुर माध्यमिक विद्यालय पहुंचे, जहां नजारा ही कुछ और था। स्कूल परिसर में बने हुए शौचालय पर दबंगों ने कब्जा कर रखा था। छात्र-छात्राओं को शौचालय तक का प्रयोग पूर्ण रूप से बाधित था।
हटवाए सारे वाहन, दी चेतावनी
मौके पर एसडीएम लहार एवं नायब तहसीलदार जगन कुशवाहा ने वाहन मालिकों को बुलाकर स्कूल परिसर एवं शौचालय में रखे सारे वाहनों को हटवाया एवं ग्राम सेक्रेटरी को बुलाकर दो दिन में परिसर को साफ सुथरा बनाने के निर्देश दिए, ताकि छात्र-छात्राएं शौचालय का प्रयोग कर सकें एवं वाहन मालिकों को चेतावनी दी कि यदि अब दोबारा वाहन यहां खडा किया तो थाने में खडा कर दिया जाएगा।
सामुदायिक भवन में बांधी जा रही थी गाय भैंस
माध्यमिक विद्यालय परिसर में ही बने सामुदायिक भवन में एक ग्रामीण द्वारा विगत वर्ष से गाय भैंस दबंगी से बांधी जा रही थी। शिक्षकों ने बताया कि कई बार मना करने के बावजूद भी वह नहीं मानते हैं। एसडीएम ने मौके पर ही पशु मलिक को बुलवाया एवं गाय भैंसों को बाहर निकलवाया और उन्हें हिदायत दी कि परिसर को दो दिन में खुद साफ करेें और दोबारा कब्जा नहीं किया जाए। स्कूल भवन में दो ही कमरे हैं, अत: बच्चों के बैठने के लिए सामुदायिक भवन बेहतर विकल्प रहेगा।
छटवीं और सातवीं के बच्चे नहीं दे पाए जवाब
छटवीं एवं सातवीं की कक्षा में नायब तहसीलदार जगन कुशवाहा ने जब बच्चों को भूगोल की क्लास ली एवं बच्चों से सामान्य से सवाल पूछे, जिसमें बच्चे नहीं बता पाए कि वह किस ग्रह पर रहते हैं और कहां रहते हैं, जबकि ग्लोब टेबल पर ही रखा हुआ था। तब एसडीएम में सभी शिक्षकों को बताया कि ज्यादा से ज्यादा ब्लैक बोर्ड का प्रयोग करें, बच्चों को प्रैक्टिकल ज्ञान दें, बेहतर तरीके से इन्हें पढाएं ताकि यह अपने जीवन के साथ-साथ समाज को भी बेहतर कर सके। उक्त सभी स्थानों पर एसडीएम लहार एवं नायब तहसीलदार ने ई-केवाईसी शिविरों का भी निरीक्षण किया, वह किसानों को आवश्यक समझाइश दी।
एसडीएम लगातार कर रहे निरीक्षण
विगत महीनों में एसडीएम लहार ने लगभग 20 से 25 विद्यालयों का निरीक्षण किया है। लगातार निरीक्षकों के बाद भी शिक्षक अनुपस्थित मिल रहे हैं। बच्चों के शैक्षणिक स्तर की तो बात ही छोड दीजिए, जिम्मेदार अधिकारी पूर्ण रूप से आंखें मूंदे हुए हैं।
प्राचार्य के निलंबन हेतु कलेक्टर को लिखा पत्र
विद्यालय प्राचार्य बरुआ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने एवं विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु पत्र कलेक्टर को लिखा गया है। वहीं अनुपस्थित शिक्षक चंद्रप्रकाश गुप्ता का सात दिवस का वेतन एवं भृत्य हरदयाल कुशवाहा का 10 दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश एसडीएम ने दिए हैं।