पैमप्लेट बांटकर किया जा रहा लोगों को जागरूक
भिण्ड, 06 अक्टूबर। डेंगू संक्रमण काल चल रहा है डेंगू की रोकथाम हेतु जिले में 109 टीमों को लगाया गया है जो घर-घर जाकर लार्वा सर्वे एवं लार्वा का विनिष्टिकरण कर रही हैं तथा बुखार के मरीजों की आरडी किट द्वारा जांच की जा रही है। डेंगू मच्छर से बचने हेतु जनसमुदाय को पम्पलेट वितरण कर जानकारी दी जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा एवं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. बीआर आर्य ने जनसमुदाय से अपील की है कि वर्षात के मौसम में जल भराव के कारण मच्छरों की उत्पत्ति बढ़ जाती है, जिससे डेंगू, चिकुनगुनिया होने की संभावना भी बढ़ जाती है। डेंगू एक जानलेवा बीमारी है, इससे बचने के लिए अपने घर एवं घर के आप-पास पानी जमा न होने दें जमा पानी में केरोसिन अथवा इंजन का जला हुआ आयल डालें। डेंगू चिकुनगुनिया एडीज नामक मादा मच्छर के काटने से होता है, यह मच्छर काले रंग का होता है, जिस पर सफेद धारी होती है। यह मच्छर दिन के समय काटता है। डेंगू का मच्छर साफ पानी में अंडे देती है जो हमारे घरों में टंकी, कूलर, मटका, वाल्टी, गमला, फ्रिज की टे्र, पक्षियों के पानी पीने के सकोरे आदि में भरे पानी में पैदा होता है। इससे बचने के लिए पानी से भरे कंटेनरों को अच्छी तरह ढक कर रखें तथा पानी के कंटेनरों को सात दिवस में आवश्यक रूप से खाली कर सुखाकर ही दोबारा भरें। मच्छरों से बचने के लिए सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, पूरी वाह के कपड़े पहने, खिडकी दरवाजों पर मच्छर पू्रफ जाली लगवाएं, मच्छर रोधी रेपिलेंट आदि का उपयोग करें। बुखार, सिर दर्द, मासपेशियों एवं जोडों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते आदि की शिकायत होने पर निकट के स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक को दिखाएं। समय पर जांच, उपचार एवं सावधानियां आपको डेंगू और चिकुनगुनिया से बचा सकते हैं।